धूमिल अक्षर : एक संवेदनशील प्रेम कविता
तुम्हीं कहती थीं
सागर सा गहरा
आकाश सा विस्तृत
भूमि सा पवित्र
है हमारा रिश्ता,
फिर क्यों करे
हम कल की चिन्ता
ज्ञान,विज्ञान,साहित्य,समाचारों की ई-पत्रिका
तुम्हीं कहती थीं
सागर सा गहरा
आकाश सा विस्तृत
भूमि सा पवित्र
है हमारा रिश्ता,
फिर क्यों करे
हम कल की चिन्ता
आजकल साईबर ठगी के अलग अलग तरीके सामने आ रहे हैं। साइबर ठग तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर लोगों को ठगते हैं। कभी आप इंटरनेट पर किसी कंपनी के कस्टमर केयर का नंबर सर्च कर रहे हैं और आपको कस्टमर केयर का नंबर मिल भी जाता है। आप उस नंबर पर बात करते हैं ,आपसे कहा … Read more
कई विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान यह संज्ञान में आया कि भोजनमाताओं द्वारा जूते – चप्पल पहन कर छात्र-छात्राओं को भोजन वितरण किया जा रहा है। साथ ही कतिपय विद्यालयों में शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों के द्वारा भी बच्चों के भोजन ग्रहण करने वाले स्थान पर जूते पहन कर ही विचरण किया जा रहा है।