आई सी टी पुरस्कार से सम्मानित हुए ये शिक्षक,चार शिक्षकों ने लगातार दूसरी बार मारी बाजी

जनपद देहरादून के वर्ष 2022 के आईसीटी शिक्षक अभिनव सम्मान पुरस्कारों की घोषणा एवं वितरण जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान देहरादून में किया गया प्रारंभिक तथा माध्यमिक स्तर से कुल 24 शिक्षकों को इस वर्ष का यह सम्मान प्राप्त हुआ। अरविंद सिंह सोलंकी,विजय कुमार द्विवेदी, राकेश कनौजिया एवं सुमन चमोली को यह पुरस्कार लगातार दूसरे वर्ष मिला है।

Teachers felicitated by ict award


जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) देहरादून में शिक्षण में आईसीटी का बेहतर उपयोग करने वाले 12 प्रारम्भिक एवं 12 माध्यमिक स्तर के शिक्षकों को वर्ष 2022-23 के लिये आई. सी. टी. अभिनव प्रयोग शिक्षक सम्मान प्रदान किया गया। डायट देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में जनपद के 6 विकासखंडों से चयनित शिक्षकों को विद्यालय में आई सी टी के प्रयोग के अपने कार्यों को प्रस्तुत करने के लिये 10-10 मिनट का समय दिया गया।

सभी शिक्षकों के प्रस्तुतिकरण के पश्चात निर्णायक मंडल के सदस्यों एस सी ई आर टी से विशेषज्ञ सुनील भट्ट, मदन मोहन उनियाल तथा रा०इ०का० बाड़वाला के प्रधानाचार्य शैलेश श्रीवास्तव ने अपना निर्णय दिया।

इस वर्ष प्रारंभिक स्तर पर प्रथम पुरुस्कार रा० पू० मा० वि० सभावाला की स० अ० अर्चना पंत, द्वितीय पुरुस्कार रा० पू० मा० वि० टिमरा के स०अ० अशोक भट्ट तथा तृतीय पुरुस्कार रा० प्रा० वि० रामगढ़ के प्रधानाध्यापक अरविन्द सिंह सोलंकी को प्रदान किया गया। माध्यमिक स्तर पर प्रथम पुरुस्कार रा० उ० मा० वि० मैपावटा के स०अ० संजीव कोहली, द्वितीय पुरुस्कार रा० इ० का० रायवाला के स०अ० महावीर प्रसाद सेमवाल तथा तृतीय पुरुस्कार रा० उ० मा० वि० डांडापुर के स०अ० विजय कुमार द्विवेदी को प्रदान किया गया। इनमें राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ के प्रधानाध्यापक अरविन्द सिंह सोलंकी, राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय भूड़पुर की सहायक अध्यापिका सुमन चमोली, रा० उ० मा० वि० डांडापुर के विजय कुमार द्विवेदी तथा अटल आदर्श रा० इ० का० लांघा के राकेश कन्नौजिया को लगातार दूसरे वर्ष यह सम्मान प्रदान किया गया।

यहां देखें सम्मानित शिक्षकों की पूरी सूची

इस अवसर पर अपने संबोधन में डायट प्राचार्य राकेश जुगरान ने कहा कि आईसीटी आज के समय में शिक्षण का अभिन्न अंग बन चुका है और इसका उचित उपयोग करके हम शिक्षण प्रक्रिया को सरल एवं रोचक बना सकते हैं। उन्होंने यह सम्मान पाने वाले सभी शिक्षकों से अपने विद्यालयों के साथ-साथ अन्य शिक्षकों से भी शिक्षण प्रक्रिया में आईसीटी का बेहतरीन उपयोग करने का आह्वान किया।

कार्यक्रम में आई सी टी अभिनव प्रयोग पाने वाले सभी शिक्षक, डायट प्राचार्य राकेश जुगरान, कार्यक्रम प्रभारी दीपिका पंवार रमोला, निर्णायक मंडल के सदस्य विशेषज्ञ सुनील भट्ट, मदन मोहन उनियाल, शैलेश श्रीवास्तव, डॉ० विजय रावत आदि उपस्थित रहे।

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