पिछले दो वर्षो से भी अधिक समय से लंबित एल टी से प्रवक्ता पदोन्नति पर कोई कार्यवाही न होने पर राजकीय शिक्षक संघ की एससीईआरटी शाखा के अध्यक्ष डॉक्टर अंकित जोशी ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। उन्होंने निदेशक माध्यमिक शिक्षा सीमा जौनसारी से मुलाकात कर इस आशय का पत्र सौंप दिया है।
वर्षों से पदोन्नति की बाट जोह रहे एलटी शिक्षकों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है। लंबे समय से लंबित पदोन्नति को लेकर संघर्ष कर रहे शिक्षकों ने पदोन्नति हेतु विभाग, शासन तथा शिक्षा मंत्री से भी गुहार लगाई। इस संबंध में विगत 28 फरवरी को शिक्षा मंत्री उत्तराखंड सरकार डॉक्टर धन सिंह रावत की अध्यक्षता में भी बैठक आयोजित हुई थी किंतु कोई कार्यवाही होना तो दूर एक माह बाद तक बैठक के मिनट भी जारी नहीं हुए हैं।
सहायक अध्यापक एलटी से प्रवक्ता पदोन्नति संघर्ष समिति के साथ लगातार सहयोग कर रहे राजकीय शिक्षक संघ की एससीईआरटी शाखा के अध्यक्ष डॉक्टर अंकित जोशी ने शिक्षकों की पदोन्नति के मसले पर इस उदासीनता के चलते रोष व्यक्त किया है । बताते चलें कि आज 31 मार्च को कई शिक्षक बिना पदोन्नति के सहायक अध्यापक एलटी पद से ही सेवानिवृत्त हो गए हैं जबकि बड़ी मात्रा में पदोन्नति के प्रवक्ताओं के पद रिक्त हैं जिन पर सरकार ने अतिथि शिक्षकों को नियुक्ति दे दी है । पदोन्नति के पदों पर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति किए जाने को भी डॉक्टर अंकित जोशी ने उनके भविष्य के साथ इसे खिलवाड़ बताया है।
निदेशक माध्यमिक शिक्षा उत्तराखंड सीमा जौनसारी को सौंपे गए पत्र में डॉक्टर अंकित जोशी ने कहां कि वर्तमान समय में विभाग में लगाए गए एस्मा कानून का सम्मान करते हुए हुए वे व्यक्तिगत रूप से काला फीता बांधकर पदोन्नति की मांग हेतु संघर्ष करेंगे, और अपने इस आंदोलन में अन्य शिक्षकों को भी शामिल करेंगे। उन्होंने एलटी से प्रवक्ता तथा हेड मास्टर और प्रधानाचार्य पदों पर लंबित पदोन्नतियों को शीघ्र किए जाने की मांग की है।