शिक्षक संवाद कार्यक्रम में रमेश पैन्यूली हुए शिक्षकों से रूबरू, बताई प्राथमिकताएं, गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में आयोजित हो रहे हैं कार्यक्रम

राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड के पूर्व गढ़वाल मंडल महामंत्री रमेश पैन्यूली आजकल गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के शिक्षकों से प्रत्यक्ष रूप से जुड़कर शिक्षक संवाद कर रहे हैं इसी क्रम में गढ़वाल मंडल के देहरादून तथा कुमाऊं मंडल के हल्द्वानी में आयोजित शिक्षक संवाद कार्यक्रम में भारी मात्रा में शिक्षकों ने पहुंचकर उनकी बात सुनी तथा आगामी प्रांतीय चुनाव हेतु उन्हें समर्थन देने की घोषणा की।

Painyuli states his agenda in Shikshak sanvad for rss election

शिक्षकों को संबोधित करते हुए रमेश चंद्र पैन्यूली ने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं को प्राथमिकता से हल करने के साथ-साथ शिक्षकों की गरिमा की पुनर्स्थापना करना ही उनकी प्राथमिकता होगी। शिक्षक हित में उनके द्वारा अब तक किए गए प्रयासों की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि उनके द्वारा छठे वेतनमान की विसंगतियों को दूर कराकर शिक्षकों को 18150/- तथा 17140/- मूल वेतन दिलाना,
समान वेतनमान / समान ग्रेड पर पदोन्नति होने पर शासनादेश संख्या 729 लागू करवाकर वेतनवृद्धि दिलवाना,स्थानान्तरण नियामावली 2013 लागू करवाकर विकल्प की व्यवस्था करवाना ,स्थाईकरण व्यापक स्तर पर करवाना , नयी पेंशन योजना लागू होने पर पूर्व सेवाओं का लाभ देकर पुरानी पेंशन योजनाओं में शामिल करवाना, वेतन संरक्षण का आदेश निर्गत करवाना,2012-13 में बोर्ड परीक्षाओं का पारिश्रमिक बढ़वाना ,कक्षा 10 में विज्ञान विषय के मूल्यांकन का सरलीकरण आदि कई महत्वपूर्ण कार्य कराए गए हैं।

आगामी कार्ययोजना से कराया अवगत

गढ़वाल मंडल की राजकीय शिक्षक संघ की मंडलीय कार्यकारिणी में मंत्री रह चुके रमेश पैन्यूली ने बताया कि विगत प्रांतीय अधिवेशन में वह कुछ ही मतों से प्रांतीय महामंत्री बनने की दौड़ में पीछे रह गए थे। इस बार शिक्षकों के भारी समर्थन के साथ वे प्रांतीय महामंत्री पद हेतु अल्मोड़ा में 6 और 7 जुलाई को होने वाले अधिवेशन में दावेदारी कर रहे हैं प्रांतीय महामंत्री बनने पर अपनी प्राथमिकताएं गिनाते हुए उन्होंने बताया कि वे शिक्षकों सहित सभी कार्मिकों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिलवाने हेतु दृदसंकल्पित हैं। अन्तरमण्डलीय स्थानान्तरण , पारदर्शी स्थानान्तरण व्यवस्था, दुर्गम में अधिकतम 04 वर्ष के ठहराव पर सुगम हेतु अर्हता ,प्रधानाचार्य नियमावली का पुरजोर विरोध,यदि सीधी भर्ती हो भी तो, एल०टी० संवर्ग के साथियों को भी पूरा-पूरा मौका दिलवाना, प्रारम्भिक शिक्षा से एल0टी0 में समायोजित शिक्षकों की पूर्व सेवाओं को जोड़ते हुये चयन एवं प्रोन्नत वेतन मान दिलाना,तदर्थ की सेवाओं को जोड़ते हुये चयन वेतनमान दिलाना , एल टी को स्टेट कैडर दिलाना, विभिन्न विषयों के पद सृजन कराना, पदोन्नतियों में आ रही बाधाओं का निराकरण कराकर शीघ्र सभी स्तर की पदोन्नति कराना आदि उनकी कार्ययोजना में शामिल हैं। उन्होनें जानकारी दी कि वे शासनादेश संख्या 290 के प्रस्तर 13 के अनुसार चयन, प्रोन्नत, पदोन्नति पर मिलने वाली वेतन वृद्धि हेतु शत प्रतिशत प्रयासरत हूँ,जिसकी पत्रावली गतिमान है।

उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त नियुक्ति तिथि से ग्रेच्युटी व्यवस्था करवाना,वेतन विसंगति का स्थाई एवं सकारात्मक समाधान, पदोन्नति / स्थानान्तरण पर काउंसलिंग , माध्यमिक विद्यालयों में एल०टी० एवं प्रवक्ता संस्कृत, व्यायाम, संगीत, कला के पद सृजित करवाना, 22 वर्ष की सेवा पर सभी प्रोन्नत वेतनमान दिलवाना चाहे पदोन्नति 21 वर्ष में ही क्यों न हो , 5400 ग्रेड को राजपत्रित करवाना,300 से अधिक छात्र संख्या वाले इण्टर कालेज में उप प्रधानाचार्य का पद सृजित करवाना,अटल उत्कृष्ट विद्यालयों की समस्याओं का समाधान त्वरित गति से करवाना और शिक्षकों के मान सम्मान को पूर्व की तरह रखते हुये संगठन की गरिमा को बनाये रखना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है।

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