वर्तमान हालात पर सटीक टिप्पणी। ये क्षणिकाएं हो रही हैं वायरल…
भ्रष्टाचार!
हमारा विशेषाधिकार।
चुनाव जीते हैं भई,
हम हाकम, हम ही सरकार।।
ज्ञान,विज्ञान,साहित्य,समाचारों की ई-पत्रिका
भ्रष्टाचार!
हमारा विशेषाधिकार।
चुनाव जीते हैं भई,
हम हाकम, हम ही सरकार।।
तुम जो गुज़री हो
सरसराती पवन सी
हृदय स्पंदित करती
प्रकाश पुंज सी रेखा खींचती,
मन चाहता है
तुम्हें सम्मान दूँ , परन्तु
किस नाम से पुकारूँ तुम्हें
क्या नाम दूँ ?
जीवन कितनों का है संवारा,
तुमने अपना विद्या-बल देकर ।
वीर शिवा, राणा और चन्द्रगुप्त,
बने महान तव संबल पाकर