अब पहाड़ की बेटियां भी नए जमाने के साथ कदम मिलाकर चलने लगी हैं और हर तरह की बेड़ियों को तोड़कर आगे बढ़ रही हैं। इसकी बानगी हैं देवभूमि उत्तराखंड के जनपद टिहरी गढ़वाल के सुदूर गांव पाली की बेटी स्वाति सुयाल। देवभूमि उत्तराखंड की बेटी स्वाति सुयाल यादव ने बुधवार को श्रीलंका में संपन्न हुए मिसेज इंडिया इंक प्रतियोगिता के टॉप 25 में जगह बनाकर देवभूमि का नाम रोशन किया है।
टिहरी जनपद के चंबा के पाली गांव में जन्मी स्वाति ने अपनी स्कूली शिक्षा कार्मल स्कूल चंबा से प्राप्त की तथा एमबीए करने के बाद बेंगलुरु में कुछ समय तक प्राइवेट सेक्टर में नौकरी की। विवाह के उपरांत स्वाति ने मिसेज इंडिया में प्रतिभाग करने की ठानी और कड़ी मेहनत के बाद मिसेज इंडिया हेतु स्वाति का चयन हो गया। हजारों प्रतिभागियों को पछाड़ते हुए स्वाति ने टॉप 70 में जगह बनाई और इस प्रतियोगिता के ग्रांड फिनाले हेतु श्रीलंका तक पहुंची।
ग्रैंड फिनाले में किया श्रेष्ठ प्रदर्शन
श्रीलंका में गत बुधवार को हुए ग्रैंड फिनाले में स्वाति ने टॉप 25 तक पहुंच कर चंबा सहित पूरे गढ़वाल का नाम रौशन किया।
साधारण परिवार की असाधारण बेटी
ग्लैमर की दुनिया से स्वाति के परिवार का दूर दूर तक कोई रिश्ता नहीं रहा है। स्वाति के पिता सुमन सुयाल चंबा में प्रतिष्ठित व्यवसायी हैं तथा माता कुसुम सुयाल कुशल गृहणी हैं। स्वाति के पति उत्कर्ष यादव बेंगलुरु में एक प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत हैं तथा वर्तमान में स्वाति अपने पति तथा 2 वर्ष की बेटी के साथ वहीं निवासरत हैं।
उत्तरकाशी के बड़कोट डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर स्वाति के मामा डा बी एल थपलियाल ने बताया कि बचपन से ही स्वाति का सपना मिस इंडिया प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने का था परंतु किन्ही कारणों से वह मिस इंडिया प्रतियोगिता में प्रतिभाग नहीं कर पाई। अपना यह सपना उसने विवाह के बाद पूरा किया जिसके लिए स्वाति के पति और ससुराल वालों सहित मायके वालों ने भी स्वाति का हर स्तर पर पूरा सहयोग किया। इस समाचार से स्वाति के गांव सहित पूरे क्षेत्र में हर्ष की लहर दौड़ गई है।