आज राजकीय इंटर कॉलेज ठांगधार,टिहरी गढ़वाल में ग्राफिक एरा इंस्टीट्यूट देहरादून के प्रशिक्षु इंजीनियरों ने एक दिवसीय भ्रमण किया।
ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के सिविल इंजिनियरिंग के एम टेक पाठ्यक्रम के छात्र छात्राओं का एक दल अपने विभागाध्यक्ष प्रो संजीव कुमार , प्रो पी रामा राजू, डा. खुशबू उनियाल के मार्गदर्शन में, जीआईसी ठांगधार, में ग्रामीण निर्माण विभाग के अंतर्गत रेट्रोफिटिंग विधि से चल रहे पुनर्निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचा।
यह काम पीडब्ल्यूडी के रिटायर्ड इंजीनियर शमीम अहमद अंसारी जी के दिशा निर्देशन में चल रहा है। इं अंसारी ने विद्यार्थियों को रेट्रोफिटिंग की बारीकियां समझाई। उन्होंने बताया कि रेट्रोफिटिंग से पुराने भवनों को भूकंपरोधी और मजबूत बनाया जा सकता है। उन्होंने भूस्खलन प्रभावित जोशीमठ के भवनों को बचाने के लिए भी इस विधि का उपयोग किया जा सकता है।
ग्राफिक एरा के प्रोफेसर संजीव ने बताया कि इस भ्रमण से उन्हें और उनके विद्यार्थियों को रेट्रोफिटिंग के प्रायोगिक ज्ञान का लाभ मिलेगा और ये विद्यार्थी अपने सिविल इंजिनियरिंग कौशल मे इसका व्यवसायिक उपयोग करेंगे।
प्रो रामा राजू ने बताया कि सिविल इंजिनियरिंग में भवनों, पुलों, और पुरानी इमारतों को भूकंप रोधी बनाने के लिए रेट्रो फिटिंग एक महत्त्वपूर्ण विधा है।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य पी एल डबराल ने ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और विद्यार्थियों का स्वागत और आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के प्रवक्ता सुशील तिवाड़ी ने किया। इस अवसर पर, राजेश रमोला उदयवीर सिंह राणा, गिरवीर गुसाईं, अनिल श्रीवास्तव, सुरेश रतूड़ी, जय प्रकाश गौड़, अनामिका डंगवाल, पूनम डोभाल, प्रमिला मखलोगा, कृष्ण बहादुर सिंह, देव कुमार सहित विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाए उपास्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में इं. अंसारी ने ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के प्रशासन का अभार प्रकट किया और प्रशिक्षु इंजीनियरों को अपनी शुभकामनाएं दीं।