बचपन पर एक बेहतरीन कविता…निश्छल बचपन है सम ईश्वर

बचपन जीवन का वह दौर होता है जो मन के किसी कोने में हमेशा छुपा होता है। जीवन को आनदं और सहजता से भर देता है। जीवन में ऊर्जित होकर कोई कार्य सम्पन्न करना हो तो स्वयं के भीतर ईश्वरीय वरदान अर्थात बचपन जिंदा रखे।

” निश्छल बचपन है सम ईश्वर ”

न कोई उलझन यहाँ ,
दिमाग़ों के तार में।
हर मुश्किल के हल यहाँ,
सरल-सहज व्यवहार में।

शरारतें यहाँ कोई साजिश नहीं हैं।
यह तो मासूमियत की चरम स्थिति है।

बुद्धि के खेल में कहाँ तृप्ति है?
नादानियों में भी छुपी जिंदगी है।

झांक कर देखो स्वयं के भीतर,
जिंदा है अभी भी बचपन का मंजर।

Jeremy lalrinunga details,gold medal winner, commonwealth game।। 19 साल के भारोत्तोलक ने दिलाया देश को स्वर्ण

जेरेमी लालरिनुंगा का जन्म 26 अक्टूबर 2002 को मिजोरम के आईजोल में हुआ था। भारत के सबसे होनहार युवा खिलाड़ियों में शामिल .जेरेमी के पिता का नाम (Jeremy Lalrinnunga Family) लालमैथुआवा लालरिनुंगा और माता का नाम लालमुनपई रालते (lalmuanpuii ralte) है। जेरेमी के पिता स्वयं भी एक पूर्व मुक्केबाज हैं.

अटल उत्कृष्ट रा.इ.का.सौडा सरोली में हुआ पी.टी. ए. और एस. एम. सी. का गठन। ये संस्थाएं करेंगी विद्यालय रूपांतरण में सहयोग

अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज सौडा सरोली, देहरादून में आज पीटीए तथा एस. एम. सी. की कार्यकारिणियों का गठन किया गया। उपस्थित अभिभावकों ने सर्वसम्मति से रमेश सिंह पंवार को पी टी ए अध्यक्ष चुना, जबकि एस. एम.सी अध्यक्ष पद पर राजेश रावत को दोबारा चुना गया। इस अवसर पर विद्यालय को सहयोग करने वाली … Read more