हिंदी दिवस पर विशेष कविता : भारत के माथे की बिंदी
फोटो -साभार (इंटरनेट) भारत के माथे की बिंदी, हिंदी है हम सबकी हिंदी । जिससे अपनी संस्कृति ज़िंदी, हिंदी है वो सबकी हिंदी॥ भारत के माथे की बिंदी… हिंदी से विज्ञान बना है, हिंदी में इतिहास पला है। इसकी पावन ऊर्जा से ही संस्कृति का विहान चला है।। तबलों की थापें हैं, इसमें वीणा के … Read more