शिक्षकों के तीन दिवसीय एफ एल एन प्रशिक्षण में हुई बुनियादी संख्या ज्ञान और साक्षरता पर कवायद

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रत्येक बच्चे के भीतर बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (Foundational Literacy and Numeracy) के कौशल विकसित करने के लिये चलाये जा रहे निपुण भारत मिशन के अंतर्गत विकासखण्ड के शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ में प्रारंभ हुआ।

Three days fln training of teachers under nep2020

प्रशिक्षण के अनुश्रवण के लिये जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) देहरादून के प्रवक्ता प्रणय बहुगुणा भी विद्यालय में उपस्थित हुये। प्रशिक्षण के बारे में उन्होंने बताया कि निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों को प्राप्त करने पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ को इस वर्ष विकासखण्ड के अन्य विद्यालयों के शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिये चयनित किया गया है।

उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों से विद्यालय में अपनायी जा रही गतिविधियों का ध्यानपूर्वक अवलोकन करने का आह्वान किया।
अनुभवात्मक प्रशिक्षण के मास्टर ट्रेनर की भूमिका निभा रहे राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ के प्रधानाध्यापक अरविन्द सिंह सोलंकी ने बताया कि भारत सरकार द्वारा निपुण भारत मिशन के अंतर्गत संचालित बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (FLN) कार्यक्रम के तहत वर्ष 2026 तक पूर्व प्राथमिक (बाल वाटिका) से लेकर कक्षा 3 तक के प्रत्येक छात्र-छात्रा को उनकी कक्षा के लिये निर्धारित बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के लक्ष्यों को प्राप्त कर निपुण बनाना है।

इसी क्रम में राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ को इस वर्ष विकासखण्ड के अन्य शिक्षकों के अनुभवात्मक प्रशिक्षण के लिये चयनित किया गया है। इसके अंतर्गत पहले बैच का आज शुभारंभ हो रहा है।

प्रशिक्षण के बारे में उन्होंने बताया कि अन्य विद्यालयों से आये शिक्षक उनके विद्यालय में अपनायी जा रही शिक्षण प्रविधियों तथा क्रियाकलापों का अवलोकन करेंगे। जिसके अंतर्गत प्रत्येक दिवस के लिये अलग-अलग गतिविधियां निर्धारित की गई हैं। जिनमें विद्यालय का भौतिक वातावरण एवं स्वच्छता, निपुण भारत मिशन लोगो, स्लोगन, उद्देश्य, प्रतिज्ञा तथा लक्ष्यों का कक्षावार प्रदर्शन, शिक्षण उपकरणों, प्रोजेक्टर, कंप्यूटर, स्मार्ट टीवी का उपयोग, प्रिंट रिच वातावरण, संसाधनों एवं अभिलेखों का रख-रखाव, पुस्तकालय, रीडिंग कॉर्नर, गणित कॉर्नर इत्यादि का शिक्षण प्रक्रिया में उपयोग, छात्रों की उपस्थिति, पी एम पोषण, भोजनमाता का छात्रों के प्रति व्यवहार, अधिगम की विधियां, शैक्षिक गतिविधियों में छात्रों तथा शिक्षकों की सहभागिता, शिक्षण में टीएलएम का उपयोग, निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों के अनुरूप बच्चों की समझ, पुस्तकों पर बच्चों की समझ, निपुण अभ्यास पुस्तिकाओं पर बच्चों द्वारा किया गया कार्य, खेल आधारित शिक्षण, छात्रों, शिक्षकों तथा विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों से बातचीत इत्यादि शामिल है।

प्रत्येक दिवस की गतिविधियों के अवलोकन के पश्चात सभी प्रशिक्षणार्थियों को अपराह्न 1:00 बजे के बाद गूगल फॉर्म के माध्यम से पूरे दिन भर की गतिविधियों पर आधारित प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
इस अवसर पर डायट देहरादून के प्रवक्ता प्रणय बहुगुणा, राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ के प्रधानाध्यापक अरविन्द सिंह सोलंकी सहायक अध्यापक उषा चौधरी, मीना घिल्डियाल, मधुलिका, वीरेंद्र उनियाल, डी एल एड प्रशिक्षु नवीन कुमार तथा अनुभवात्मक प्रशिक्षण के लिये विकासखण्ड के अन्य विद्यालयों से आये शिक्षक कमलेश उप्रेती, ममता व्यास, पूनम रावत, अंजू मनादुली, सुमन रेखा, अश्वनी वर्मा इत्यादि उपस्थित रहे।

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