अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज सौड़ा सरोली, देहरादून में आज विद्यालय प्रबंधन एवं अगस्त्य इंटरनेशनल फाऊंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में विज्ञान मेले का आयोजन किया गया । मेले में छात्र-छात्राओं द्वारा निर्मित मॉडल तथा अगस्त्य फाउंडेशन द्वारा प्रदर्शित मॉडल एवं प्रायोगिक सामग्री को शामिल किया गया।
विज्ञान मेले का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य रामबाबू विमल के द्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका है वर्तमान युग में विज्ञान के बिना जीवन की कल्पना करना असंभव है। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं से विज्ञान के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि वैज्ञानिक अभिरुचि केवल विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों में ही नहीं बल्कि किसी भी व्यक्ति में हो सकती है।
अगस्त्य इंटरनेशनल फाऊंडेशन की टीम द्वारा विज्ञान के सिद्धांतों पर आधारित अनेक मॉडलों की प्रदर्शनी लगाई गई ।छात्र-छात्राओं द्वारा सीनियर तथा जूनियर वर्ग में विभिन्न क्रियात्मक माडलों का प्रदर्शन भी किया गया साथ ही कई डेमोंसट्रेशन मॉडल भी प्रदर्शनी में शामिल किए गए।
सभी छात्र-छात्राओं शिक्षक शिक्षिकाओं एवं उपस्थित अभिभावकों ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर छात्र-छात्राओं द्वारा निर्मित सामग्री एवं इसके पीछे निहित विज्ञान के सिद्धांतों को समझा।
विज्ञान मेले में विज्ञान ड्रामा के तहत कक्षा 9 के छात्रों द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर एक बेहद ही रुचिकर नाटक प्रस्तुत किया गया कक्षा 8 के बच्चों द्वारा भी स्वच्छता एवं साफ सफाई पर लघु नाटिका प्रस्तुत की गई मेले में आकर्षण का केंद्र रहे जीएसएलवी रॉकेट तथा पीएसएलवी रॉकेट के नमूनों ने बच्चों को खूब आकर्षित किया।
कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता डी. एस. भंडारी तथा कक्षा 11 की छात्राओं अंशिका मनवाल व महिमा रावत द्वारा किया गया ।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत नेगी जी एवं तोमर जी ने कुष्ठ रोग एवं इससे संबंधित जानकारी छात्रों को दी।इस संबंध में एक क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें शगुन मनवाल प्रथम,श्रेया भंडारी द्वितीय,मनीष पवार तृतीय तथा दिया एवं आकांक्षा ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया।
कार्यक्रम में निर्णायकों की भूमिका अनिरुद्ध ममगांई, नीतू सिंह तथा पुष्पा चौहान ने निभाई।
इस अवसर पर अगस्त्य फाउंडेशन से निहारिका,अन्नू रावत,अशोक,विनायक, देवव्रत तथा विद्यालय से प्रदीप बहुगुणा, उत्तम सिंह रावत, डा. भारती यादव,महेंद्र सिंह गुसाईं,राकेश बिष्ट,भुवन चंद्र पुरोहित ,उदय प्रताप चंद,पिंकी पंवार,अनिता बडोनी,अनिता पुंडीर,सुनील रावत,अंशुल नौटियाल,कमला, बीना, अरविंद भंडारी आदि शिक्षक शिक्षिकाओं और कर्मियों ने योगदान दिया।