शिक्षक अब ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तराखंड द्वारा निर्मित प्रशिक्षण सेल्फ लर्निंग मोड में प्राप्त कर सकेंगे। एससीईआरटी उत्तराखंड ने इस दिशा में पहल कदमी की है शिक्षकों के लिए आईसीटी आधारित शिक्षण को बढ़ावा देने में सबसे बड़ी समस्या शिक्षकों का आईसीटी के प्रयोग में दक्ष न होना है। इस समस्या के निराकरण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तराखंड द्वारा मैसिव ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म मूक्स के माध्यम से शिक्षकों के लिए आईसीटी आधारित टूल निर्माण पाठ्यक्रम का विकास किया जा रहा है।
‘ स्कूल शिक्षकों के लिए आईसीटी उपकरणों के मूल सिद्धांत ‘ शीर्षक से मैसिव ऑनलाइन कोर्स (MOOCs) प्लेटफॉर्म पर शीघ्र ही राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तराखंड द्वारा तैयार किया गया पाठ्यक्रम चलाया जाएगा शिक्षक पाठ्यक्रम के माध्यम से आईसीटी टूल्स संबंधित प्रशिक्षण ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे।
पाठ्यक्रम निर्माण के प्रारंभिक चरण में प्रो. अजय सेमल्टी और डा. इस्तैयक अहमद ने विशेषज्ञ के रूप में अपने व्यापक अनुभव के आधार पर माड्यूल निर्माताओं का मार्गदर्शन किया। ये दोनों विशेषज्ञ विश्वविद्यालय, स्कूली पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण संस्थानों के लिए ऑनलाइन पाठ्यक्रम तैयार करने का वृहद अनुभव रखते हैं।
निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण उत्तराखंड, बंदना गर्ब्याल द्वारा कोर्स के निर्माण के प्रथम चरण की प्रक्रिया पूर्ण होने पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा गया कि प्रौद्योगिकी एकीकृत शिक्षण में शिक्षकों को समर्थ और समृद्ध बनाना ही हमारा लक्ष्य है।
अपर निदेशक एससीईआरटी अजय नौडियाल ने कहा कि उत्तराखंड में शिक्षा को बढ़ावा देने की मुहिम में प्रौद्योगिकी की भूमिका आने वाले समय में महत्वपूर्ण रहने वाली है। शिक्षण के आधुनिक तरीकों में इसका समावेश अत्यंत जरूरी है।
इस पूरी प्रक्रिया में संयुक्त निदेशक आशा पैन्यूली, कंचन देवराडी तथा मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून प्रदीप कुमार रावत ने स्कूलों और शिक्षकों की आवश्यकता के अनुरूप पाठ्यक्रम निर्माण हेतु महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
उप निदेशक शैलेन्द्र अमोली ने कार्यशाला में विकसित वीडियो, ट्यूटोरियल्स और अन्य सामग्री का प्रस्तुतीकरण किया।
कार्यक्रम समन्वयक एससीईआरटी प्रवक्ता रमेश बडोनी के संयोजन में प्रथम चरण की कार्यशाला में विशेषज्ञ शिक्षकों मनोज बहुगुणा, सुप्रिय बहुखंडी,अर्चना गार्ग्य,पंकज बिजलवाण, भास्कर जोशी, अजयपाल नेगी,पुष्पा असवाल, अशोक भट्ट, राजमोहन रावत, अतुल बमराड़ा, एस पी वर्मा, दौलत गुसाईं , पी सी उपाध्याय,प्रभाकर जोशी, विनोद बसेड़ा, रवींद्र रौतेला,मनोधर नैनवाल, डा.आशीष रतूड़ी, राजीव शर्मा,प्रदीप नेगी और सुधीर नौटियाल ने सात माड्यूलों पर आधारित पाठ्यक्रम तैयार किया है।
दूसरे चरण में पाठ्यक्रम की समीक्षा के पश्चात शीघ्र ही इसे दीक्षा पोर्टल के माध्यम से शिक्षकों हेतु लॉन्च किया जाएगा।