उत्तराखंड के बच्चे अपनी मातृभाषा में अभिव्यक्ति को बढ़ावा दे सकें, उन्हें अपनी मातृभाषा में अभिव्यक्ति के अधिक से अधिक अवसर मिल सके, और हमारी लोक भाषाओं का संरक्षण और संवर्धन हो सके। इसी उद्देश्य को लेकर एससीईआरटी उत्तराखंड द्वारा देहरादून में किसान भवन, रिंग रोड पर दो दिवसीय मातृभाषा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
उत्तराखंड की मातृभाषाओं में बच्चों की अभिव्यक्ति को बढ़ावा देने और मातृभाषाओं के प्रति बच्चों में सम्मान की भावना के विकास को ध्यान में रखते हुए एससीईआरटी उत्तराखंड द्वारा किसान भवन सभागार, रिंग रोड देहरादून में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।यह जानकारी निदेशक शोध एवं प्रशिक्षण, उत्तराखंड सीमा जौनसारी ने दी।
श्रीमती जौनसारी ने बताया कि दो और तीन नवंबर को आयोजित होने वाले इस दो दिवसीय कार्यक्रम में उत्तराखंड की लोक भाषाओं गढ़वाली, कुमाऊनी, जौनसारी, जाड़, मरछा आदि में बच्चों को संवाद, लोकगीत और लोक कथा के माध्यम से अभिव्यक्ति के अवसर मिलेंगे। कार्यक्रम में प्रदेशभर से चयनित कक्षा 3 से लेकर 8 तक के बच्चों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। लगभग 18 भाषाओं में विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे प्रतिभागी प्रतिभाग कर रहे हैं।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत द्वारा किया जायेगा। उद्घाटन सत्र में शिक्षा सचिव रविन्द्र नाथ रमन तथा महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किए जायेंगे। निदेशक द्वारा कार्यक्रम का आमंत्रण पत्र जारी करते हुए शिक्षकों, शिक्षाविदों, अभिभावकों और सभी लोकभाषा प्रेमियों से कार्यक्रम में उपस्थित होने की अपील की है।
Sarahniya
Bht acha