बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति द्वारा
चमोली एवं रुद्रप्रयाग जनपद में संचालित संस्कृत विद्यालयों एवं महाविद्यालयों का कायाकल्प किया जाएगा।इस संबंध में संस्कृत शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह से उनके कार्यालय में मुलाकात की।
सहायक निदेशक संस्कृत शिक्षा डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने आज बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह से उनके कार्यालय में मुलाकात की।
मंदिर समिति के राजपुर रोड स्थित शिविर कार्यालय में दोनों अधिकारियों के बीच हुई इस महत्वपूर्ण मुलाकात में सुनिश्चित किया गया कि अप्रैल से शुरू हो रहे शिक्षा सत्र में मंदिर समिति द्वारा चमोली एवं रुद्रप्रयाग जनपद में संचालित संस्कृत विद्यालयों एवं महाविद्यालयों मे उच्च शैक्षिक वातावरण बनाने हेतु आवश्यक भौतिक संसाधनों को उपलब्ध कराकर भौतिक एवं शैक्षिक रूप से कायाकल्प किया जाएगा।
मुलाकात के दौरान सहायक निदेशक डॉ घिल्डियाल ने सीईओ को आश्वस्त किया कि सरकार की मंशा के अनुरूप जहां शिक्षा विभाग का कार्य अरेंजमेंट करना है, वही मंदिर समिति का कार्य मैनेजमेंट करना है, अरेंजमेंट और मैनेजमेंट के बीच में सामंजस्य बनाते हुए विद्यालयों में शैक्षिक वातावरण एवं सख्त अनुशासन बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे उन्होंने सीओ से यह भी कहा कि आवश्यकता पड़ने पर वह प्रशासनिक व्यवस्था की धारा 41 का प्रयोग करने में भी पीछे नहीं हटेंगे क्योंकि उत्तराखंड सरकार की मंशा के अनुरूप इन विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में शैक्षिक वातावरण जिसमें छात्र संख्या में वृद्धि, उच्च परीक्षा फल, एवं विद्यालयों को अनावश्यक राजनीति से बाहर निकालना है।
सीईओ योगेंद्र सिंह ने सहायक निदेशक को श्री बद्रीनाथ का वीआईपी प्रसाद भेंट करते हुए आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिए गए आदेशों एवं निर्देशों का विद्यालयों में प्रधानाचार्य सहित शिक्षकों एवं कर्मचारियों के द्वारा पूर्ण रुप से पालन सुनिश्चित कराया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि योगेंद्र सिंह को केदारनाथ का एसडीएम होने के साथ-साथ बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति का मुख्य कार्याधिकारी का अतिरिक्त प्रभार शासन द्वारा दिया गया है ,तो दूसरी तरफ प्रशासनिक कार्य कुशलता के चलते सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल को भी शासन द्वारा रुद्रप्रयाग एवं चमोली जनपद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।