गणित विषय के राज्यस्तरीय संदर्भ समूह की कार्यशाला संपन्न, गतिविधि आधारित गणित शिक्षण पर जोर

एससीईआरटी उत्तराखंड द्वारा आयोजित गणित विषय के राज्य संदर्भ समूह की चार दिवसीय कार्यशाला में राज्य स्तरीय विशेषज्ञों ने गणित को सरल,प्रायोगिक और अनुभवजनित विषय के रूप में पढ़ाए जाने पर जोर दिया।

Activities for mathematics teaching devloped in State resource group workshop

उत्तराखंड जनजाति शोध संस्थान मोथरोवाला, देहरादून में आयोजित इस कार्यशाला का समापन आज अपर निदेशक एससीईआरटी डा. आर डी शर्मा द्वारा किया गया। अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा कि गणित को कक्षा कक्ष से निकालकर दैनिक जीवन और प्रकृति से जोड़कर पढ़ाए जाने की आवश्यकता है, ऐसा करके ही अधिगम स्तर में सुधार लाया जा सकता है।

चार दिवसीय कार्यशाला के शुरुआती सत्र में डॉ मनोज कुमार शुक्ला, प्रवक्ता गणित, एससीईआरटी द्वारा राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण में गणित विषय के संदर्भ में उत्तराखंड की प्रदर्शन रिपोर्ट साझा की गई। उत्तराखंड के प्रदर्शन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा गया कि धरातल स्तर पर गणित विषय को रोचक तथा गतिविधि परक रूप से पढ़ाए जाने की आवश्यकता है।

कार्यशाला के विभिन्न सत्रों में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पर गणित को रोचक बनाने वाले संदर्भदाताओं अंतर फाउंडेशन जयपुर के विशेषज्ञ रविकांत, क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान भोपाल के प्रोफेसर अश्विनी गर्ग,दून स्कूल के गणित प्रवक्ता चंदन सिंह घुगत्याल, लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर विमेन,दिल्ली की सहायक प्रोफेसर भावना अरोड़ा,एनसीईआरटी,नई दिल्ली के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर हुकम सिंह ने गणित की कक्षा की संस्कृति,गणित के सरलीकरण, गणित में गतिविधियां, सामग्री आधारित गणित शिक्षण आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा के साथ-साथ सभी प्रतिभागियों से प्रायोगिक गतिविधियां भी कराई ।

राज्य संदर्भ समूह के सभी विषय विशेषज्ञों ने कार्यशाला के दौरान गणित के सरल मॉडलों को बनाकर उनका प्रदर्शन भी किया। उत्तराखंड के सभी जनपदों के गणित के जिला संदर्भ समूह के प्रतिनिधियों ने अपने जनपदों में संपादित की जा रही गणित विषय से संबंधित गतिविधियों की जानकारी भी साझा की। कार्यशाला के समापन के अवसर पर अपने संबोधन में संयुक्त निदेशक एससीईआरटी कंचन देवरानी ने राज्य संदर्भ समूह के सभी सदस्यों का आह्वान किया कि इतने अधिक प्रयासों के बावजूद भी राज्य में गणित विषय में छात्रों की उपलब्धि अपेक्षा के अनुरूप नहीं है । गणित का भय बच्चों के मन से दूर करने तथा अधिगम स्तर में सुधार लाने की जिम्मेदारी हम सभी को स्वीकार करनी होगी। सहायक निदेशक एससीईआरटी मुकेश चंद्र सेमवाल ने कहा कि गणित को अन्य विषयों के साथ एकीकृत कर पढ़ाए जाने पर जोर दिया।

कार्यशाला में एससीईआरटी से भुवनेश प्रसाद पंत,आशा नकोटी रमोला, प्रिया गुसाईं तथा उत्तराखंड के सभी जनपदों से आए गणित विषय के विषय विशेषज्ञों डॉ विनोद यादव, मनोज पाठक,प्रदीप बहुगुणा, मनोज भाकुनी,संदीप कुकरेती, मीनाक्षी त्यागी, नरेश कुमाई, प्रदीप चंद सती,प्रदीप चमोली, एन पी उनियाल, गोपाल कपूरवाण,संदीप कुमार, डा. डी एस लिंगवाल, राम आसरे चौहान,प्रदीप बोहरा,पूजा लोहुमी, गीतिका बिष्ट, हितेश गुप्ता,प्रदीप चंद्र नौटियाल, जी एस धपोला,मनोज जोशी,दिनेश प्रसाद,संजय नौटियाल आदि ने प्रतिभाग किया।

Leave a Comment

%d