नवाचारी शिक्षकों का राज्यस्तरीय प्रशिक्षण संपन्न,कर रहें हैं अभिनव प्रयास

शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न नवाचार कर विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रकार की शिक्षण अधिगम सामग्री विकसित करने वाले उत्तराखंड के नवाचारी शिक्षकों का चार दिवसीय प्रशिक्षण राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) देहरादून में आयोजित किया गया।

Four days training programme of innovative teachers of Uttarakhand

उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों के शैक्षिक नवाचारी संवाद टीम से जुड़े शिक्षक-शिक्षिकाओं का शैक्षिक नवाचारों की अभिवृद्धि हेतु चार दिवसीय प्रशिक्षण राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) देहरादून में संपन्न हुआ।

चार दिवसीय प्रशिक्षण में उत्तराखंड राज्य शैक्षिक नवाचारी संवाद टीम के चालीस शिक्षक- शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण प्रभारी डॉ० मदन मोहन उनियाल जी के संयोजन में नवाचारों की संभावना पर विषय विशेषज्ञों कैलाश चंद्र डंगवाल द्वारा नवाचारों के उपयोग, प्रवक्ता मनोज बहुगुणा एवं रविदर्शन तोपाल द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, प्रणय कुमार द्वारा आनंदम पाठ्यचर्या, एससीईआरटी की प्रवक्ता डॉ० आलोकप्रभा पाण्डेय द्वारा विद्यालय सुरक्षा, स्वच्छता और स्वास्थ्य, प्रवक्ता डॉ० रमेश प्रसाद बडोनी द्वारा आईसीटी के अनुप्रयोगों, डॉ० विनोद ध्यानी द्वारा विद्यालय अधिगम, व्यक्तिगत निपुणता, संयुक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ० आनन्द भारद्वाज द्वारा समस्या समाधान, प्रोफेशनल डॉ० मोहन बिष्ट द्वारा नवाचारों की आवश्यकता व उपयोगिता तथा लक्ष्मण सिंह द्वारा विद्या समीक्षा केंद्र के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारियां दी गईं। प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न जनपदों से आये शिक्षकों ने अपने विद्यालयों में किये जा रहे नवाचारों एवं अभिनव गतिविधियों की शेयरिंग भी की। कार्यक्रम में अपर निदेशक सीमैट अजय कुमार नौडियाल द्वारा विद्यालय में अधिक से अधिक गतिविधियां आयोजित कर उन्हें परस्पर साझा करने का सुझाव दिया गया ताकि अधिक से अधिक शिक्षक एवं छात्र उनसे लाभान्वित हो सकें।

प्रशिक्षण के दौरान शैक्षिक नवाचारी संवाद उत्तराखण्ड के प्रमुख लक्ष्मण सिंह मेहता के नेतृत्व में शैक्षिक नवाचारी संवाद टीम के सदस्यों ने महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी से भेंट की। इस अवसर पर शैक्षिक नवाचारी संवाद टीम के प्रभारी लक्ष्मण सिंह मेहता ने टीम द्वारा शिक्षकों एवं शिक्षार्थियों के उत्थान के लिये किये जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा को दी। उन्होंने बताया कि शैक्षिक नवाचारी संवाद टीम द्वारा प्रतिदिन योग, दैनिक बोर्ड तथा सामान्य ज्ञान के बोर्ड तैयार किये जाते हैं जिससे प्रदेश भर के हजारों शिक्षक तथा लाखों छात्र लाभान्वित होते हैं। टीम के सदस्यों द्वारा मासिक परीक्षा के प्रश्नपत्रों का निर्माण के साथ ही विभिन्न अवसरों के लिये कार्यक्रम तैयार किये जा रहे हैं।

प्रशिक्षण के समापन पर निदेशक अकादमिक, शोध एवं प्रशिक्षण बंदना गर्ब्याल ने समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं को उनके द्वारा किये जा रहे नवाचारी कार्यों के लिए इनोवेटिव टीचर अवार्ड तथा प्रमाण पत्र प्रदान किये। उन्होंने राज्य में प्रारंभिक शिक्षा की बेहतरी के लिये कार्य कर रही शैक्षिक नवाचारी संवाद टीम की सराहना की।

प्रशिक्षण के अंत मे शैक्षिक नवाचारी संवाद टीम के मोटीवेटर लक्ष्मण सिंह मेहता और कोऑर्डिनेटर शंकर सिंह अधिकारी द्वारा विभागीय अधिकारियों, प्रशिक्षकों तथा प्रतिभागी शिक्षक-शिक्षिकाओं का धन्यवाद किया गया।

चार दिवसीय नवाचारी शिक्षक प्रशिक्षण में शैक्षिक नवाचारी संवाद टीम के मोटिवेटर लक्ष्मण सिंह मेहता, कोऑर्डिनेटर शंकर सिंह अधिकारी चम्पावत से आशा भट्ट, रेखा बोरा देहरादून से नीरलता, अरविन्द सोलंकी, प्रेमलता सजवाण अल्मोड़ा से मीना जोशी, वत्सला चौहान, यशोदा काण्डपाल टिहरी से सरोज बाला, सरोजनी रावत, प्रकाशी सेमवाल पौड़ी से मोनिका रावत, जसवंत सिंह बिष्ट, कुमुद धस्माना, बीना शर्मा चमोली से पूनम दानू पुण्डीर, देवेन्द्र कठैत, बबली सेंजवाल, जीत सिंह बुटोला, हेमा बिष्ट उत्तरकाशी से यशपाल राणा, संगीता जोशी, मीना बोरा रुद्रप्रयाग से नीलम बिष्ट, रजनी गोसाईं, अनवर अहमद उधमसिंह नगर से गायत्री पांडेय, अवनीश गंगवार, शगुफ्ता रहमान, विनीता रानी बागेश्वर से नरेन्द्र गिरी गोस्वामी, नीरज पंत, राकेश जोशी, गोपाल प्रसाद समेत कुल चालीस शिक्षक-शिक्षिकायें सम्मिलित हुये।

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