नए भारत के निर्माण में शिक्षकों और छात्रों की महत्वपूर्ण भूमिका होने वाली है।हम सभी को गुरुजनों और माता-पिता का सम्मान करना चाहिए,तभी भगवान भी हमसे प्रसन्न रह सकते हैं।
यह बात आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा कौलागढ़ देहरादून में नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास के लोकार्पण के अवसर पर आयोजित एक समारोह में कही गई।
आज नव वर्ष 2024 के प्रथम दिवस पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास कौलागढ़, देहरादून के भवन का लोकार्पण किया गया। इसके साथ ही प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय छात्रावासों की उन मेधावी बालिकाओं को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने विगत परिषदीय परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास कौलागढ़,देहरादून के भवन का विधिवत पूजा अर्चना के बाद लोकार्पण किया।उन्होंने संपूर्ण भवन का अवलोकन कर भवन के प्रांगण में वृक्षारोपण भी किया।
राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कौलागढ़ देहरादून के प्रांगण में आयोजित इस लोकार्पण तथा मेधावी छात्रा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा कार्यक्रम अध्यक्ष,विधायक कैंट विधानसभा सविता कपूर का स्वागत महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा उत्तराखंड बंशीधर तिवारी द्वारा किया गया।
सरकार प्रत्येक बच्चे की शिक्षा हेतु कृतसंकल्पित
बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य है कि जिन योजनाओं का शिलान्यास किया जाता है उन्हें वास्तविक रूप से धरातल पर उतारकर उनका लोकार्पण भी अवश्य किया जाए। हमारी सरकार प्रत्येक बच्चे की शिक्षा हेतु कृत संकल्पित है। इसी क्रम में मात्र एक वर्ष की अल्पावधि में इस आवासीय छात्रावास को तैयार कर लोकार्पित किया जा रहा है। छात्रावास के निर्माण में गुणवत्ता और छात्रों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने वाला देश का पहला राज्य है। हमारी सरकार प्रत्येक बच्चे की शिक्षा को गंभीर है । उन्होंने विश्वास दिलाया कि राज्य के हर बच्चे के अभिभावक के रूप में और जनता के मुख्य सेवक के रूप में कार्य करने के लिए वे सदैव तत्पर हैं।
नए भारत के निर्माण में शिक्षकों और छात्रों का योगदान
शिक्षा और संस्कारों को आदर्श समाज के निर्माण की आधारशिला बताते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों को गुरुजनों और माता-पिता की आज्ञा का पालन करना चाहिए,तभी भगवान भी प्रसन्न रहते हैं। आने वाले समय में नए भारत के निर्माण में शिक्षकों और बच्चों का ही योगदान सबसे महत्वपूर्ण होने वाला है।
कार्यक्रम की अध्यक्ष कैंट विधानसभा की विधायक सविता कपूर ने छात्रावास के निर्माण तथा अपने क्षेत्र में विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि विगत 2 जनवरी 2023 को छात्रावास के भवन का शिलान्यास माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा स्वयं किया गया था। और लगभग एक वर्ष की अल्प अवधि में 4 करोड़ 9 लाख से अधिक की लागत से बना यह भवन आज उन्हीं के कर कमलों द्वारा लोकार्पित किया गया है। अपवंचित वर्ग के छात्रों हेतु निर्मित इस छात्रावास में कक्षा 1 से 8 तक के 100 छात्रों के आवास हेतु गुणवत्ता युक्त व समस्त सुविधाओ से परिपूर्ण व्यवस्थाएं की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ‘ अभियान का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बालिकाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है केवल उन्हें उचित अवसर उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सरकार प्रदेश में शिक्षा से वंचित बालिकाओं हेतु कस्तूरबा गांधी आवासीय छात्रावासों का संचालन कर रही है। कमजोर, पिछड़े वर्ग अनाथ व साधनविहीन बच्चों की शिक्षा व आवास हेतु प्रदेश में 13 नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास संचालित है, जिनमें कक्षा 1 से 8 तक के बच्चे निवास करते हैं। उन्होंने शीघ्र ही 11 छात्रावासों के इंटरमीडिएट स्तर पर उच्चीकरण की जाने की भी घोषणा की।
मेधावी छात्राओं का हुआ सम्मान
इस अवसर मुख्यमंत्री द्वारा उत्तराखंड बोर्ड की विगत परिषदीय परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली कस्तूरबा गांधी आवासीय छात्रावासों की बालिकाओं नीतू चौहान, सोनिया,राशि बिष्ट, ललिता,शिवानी,ईशा, रेशमी बोरा,शिवानी,मंजू रावत और राधिका को सम्मानित करते हुए प्रत्येक बालिका को ग्यारह हजार रूपए की एफडी भी भेंट की। छात्रावास के बच्चों को उनके द्वारा गणवेश भी वितरित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कौलागढ़ तथा कस्तूरबा गांधी आवासीय छात्रावास कोरबा की छात्राओं द्वारा लोकसंस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
घर से मस्जिद है बहुत दूर…
महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपना जन्मदिवस,नव वर्ष तथा कई महत्वपूर्ण त्योहार बच्चों के साथ मनाते हैं। यही कारण है कि जब कार्यक्रम संचालक, स्टॉफ ऑफिसर समग्र शिक्षा उत्तराखंड,बी पी मैंदोली ने जब ‘घर से मस्जिद है बहुत दूर चलो यूं कर लें, किसी रोते हुए बच्चे को हंसाया जाए… ‘ इस शेर का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री को उनके उद्बोधन हेतु आमंत्रित किया तो पूरा पांडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
अंत में अपर राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा उत्तराखंड डा. मुकुल कुमार सती ने मुख्य अतिथि,कार्यक्रम अध्यक्ष व अन्य अतिथियों का आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर निदेशक माध्यमिक शिक्षा महावीर सिंह बिष्ट,निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण वंदना गर्ब्याल, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा रामकृष्ण उनियाल, संयुक्त निदेशक आनंद भारद्वाज,पी के बिष्ट, मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून प्रदीप कुमार रावत,राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान,महामंत्री रमेश चंद्र पैन्यूली,कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सजवाण,उप राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा आकाश सारस्वत, मदन मोहन जोशी,अंजुम फातिमा, प्रधानाचार्या दुर्गेश नंदिनी,हेमंत पैन्यूली,शिखा उनियाल,शिवानी गुसाईं सहित शिक्षा विभाग व समग्र शिक्षा के कई अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक, जनप्रतिनिधि , अभिभावक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे।