प्रकृति सरंक्षण पर्व हरेला हमारी संस्कृति की विशेषता । मुख्यमंत्री धामी ने किया वृक्षारोपण । Harela festival uttarakhand

हरेला पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का सम्बोधन

 हम प्रकृति की रक्षा के लिए आगे आएं, अधिक से अधिक मात्रा में वृक्षारोपण करें । यदि हम प्रकृति को बचाएंगे तभी हमें विकास के भी सार्थक परिणाम दिखाई दे सकते हैं। पर्यावरण के संरक्षण के साथ -साथ ही विकास भी हो इस दिशा में संतुलित प्रयास करने की आवश्यकता है। ये विचार उत्तराखंड के प्रकृति पर्व हरेला के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वन विभाग की ओर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम रायपुर के निकट स्थित वृक्षारोपण कार्यक्रम में व्यक्त किए।

हरेला क्या है। Why Harela is celebrated

हरेला उत्तराखंड में प्राचीन समय से मनाया जाने वाला ,प्रकृति के संरक्षण हेतु आयोजित किया जाने वाला, एक पर्व है। इस दिन लोग अपने घरों में विभिन्न प्रकार के अनाज को उगाते हैं, जिसे प्रकृति पूजा से जोड़ा गया है। इस पर्व की महत्ता को देखते हुए देवभूमि उत्तराखंड में प्रकृति के संरक्षण के लिए इस कार्यक्रम को राजकीय संरक्षण में हरेला पर्व के रूप में मनाया जाता है। प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने वाले इस कार्यक्रम में बड़ी मात्रा में वृक्षारोपण किया जाता है, तथा ग्राम से लेकर राज्य स्तर तक विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

रोपे गए वृक्षों का संरक्षण भी जरूरी

इस अवसर पर वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि इस वर्ष वन विभाग का पंद्रह लाख पौधों के रोपण का लक्ष्य है, किंतु इस लक्ष्य की सार्थकता तभी है जबकि रोपे गए पौधों के जीवित बचे रहने की दर को 70% तक किया जाए, क्योंकि वृक्षारोपण तो हर साल होता है लेकिन अधिकांश पौधे जीवित नहीं रह पाते । इसलिए रोपित किए गए पौधों का संरक्षण भी बहुत जरूरी है। श्री उनियाल ने बताया कि इस बार के कार्यक्रम की थीम सरोवर संरक्षण से भी संबन्धित है, राज्य में कम से कम पाँच सौ सरोवरों का संरक्षण किए जाने का लक्ष्य है।

विद्यालयों के बच्चों ने दी प्रस्तुति

इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों से आए छात्र-छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। स्वागत गान अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज सौड़ा सरोली, देहरादून के बच्चों द्वारा प्रस्तुत किया गया। सजी-धजी वेशभूषा में बच्चों के स्वागत गान की प्रस्तुति को मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों ने विशेष रूप से सराहा । राजकीय इंटर कॉलेज मालदेवता , स्पोर्ट्स कॉलेज देहरादून तथा विभिन्न विद्यालयों से आए बच्चों ने भी कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम में स्वागत गीत प्रस्तुत करते अटल उत्कृष्ट रा. इ. का. सौड़ा सरोली के बच्चे

मुख्यमंत्री को भेंट की गई हाथ से बनाई गई पूजा की थालियाँ

अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज सौड़ा सरोली के बच्चों ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को अपने हाथ से तैयार की गई पूजा की थालियाँ भी भेंट की। इन थालियों पर विशेष रुप से कलाकारी करके रंगोली बनाई गई थी। मुख्यमंत्री ने इनके मार्गदर्शक शिक्षक- शिक्षिकाओं पिंकी पँवार, भुवन चन्द्र पुरोहित व प्रदीप बहुगुणा सहित बच्चों को विशेष रूप से धन्यवाद दिया।

मुख्यमंत्री को हस्तनिर्मित पूजा की थालियाँ भेंट करते अटल उत्कृष्ट रा. इ. का. सौड़ा सरोली के बच्चे

कार्यक्रम में नंदा शक्ति दल से जुड़ी संस्कृतिकर्मियों द्वारा झूमेलो नृत्य भी प्रस्तुत किया गया । जिसे सभी लोगों ने सराहा । इस अवसर पर रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ , देहरादून महापौर सुनील उनियाल गामा, प्रमुख वन सचिव ,प्रमुख वन संरक्षक सहित विभिन्न वन अधिकारी, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों सहित कई गणमान्य हस्तियां उपस्थित थी।

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