देहरादून, 25 अगस्त। भारत सरकार द्वारा विभिन्न प्रदेशों के मुख्य सचिवों के पांचवी बैठक का आयोजन आगामी नवंबर माह में किया जाना प्रस्तावित है जिसके लिए उत्तराखंड के शैक्षिक संदर्भ को दृष्टिगत रखते हुए राज्य के दृष्टिकोण पत्र को अंतिम रूप देने के लिए आज विचार मंथन किया गया।
समग्र शिक्षा, उत्तराखण्ड के तत्वावधान में भारत सरकार द्वारा आयोजित मुख्य सचिवों की आगामी 5 वीं बैठक हेतु राज्य की ओर से राज्य का दृष्टिकोण तैयार करने हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आज दिनांक 25 अगस्त, 2025 को देहरादून के एक होटल में किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ रविनाथ रामन, सचिव, विद्यालयी शिक्षा, उत्तराखण्ड, बन्दना गर्ब्याल, निदेशक, अकादमिक, शोध एवं प्रशिक्षण उत्तराखण्ड, डॉ. मुकुल कुमार सती, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा उत्तराखण्ड, कुलदीप गैरोला, अपर राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा एवं गढ़वाल विश्वविद्यालय के बादशाही थौल परिसर की शिक्षा संकाय प्रमुख डॉ सुनीता गोदियाल द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।
इस कार्यशाला में शिक्षा विभाग के सभी राज्य स्तरीय, जनपदीय और ब्लॉक स्तरीय अधिकारी, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद , जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों, विभिन्न विद्यालयों से आए विशेषज्ञ शिक्षकों एवं निजी तथा गैर सरकारी शैक्षिक संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यशाला के प्रारम्भ में कुलदीप गैरोला, अपर राज्य परियोजना निदेशक द्वारा समस्त आमंत्रित प्रतिभागियों एवं अन्य सदस्यों का स्वागत करते हुए, कार्यशाला के आयोजन के मुख्य उद्देश्य के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी दी गयी।

सचिव, विद्यालयी शिक्षा द्वारा अपने उद्बोधन में अवगत कराया गया कि भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष राज्यों कें मुख्य सचिवों की एक बैठक आयोजित की जाती है, जिसमें देश के सम्मुख मुख्य चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा की जाती है।
इस वर्ष की थीम “Human capital for viksit Bharat” रखी गई है।
इसके अंतर्गत विकसित भारत के लिए भारत सरकार द्वारा 5 मुख्य बिन्दुओं पर फोकस किया गया है, जिससे विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। इसके अंतर्गत उत्तराखंड ने Schooling : Building Blocks विषय का चुनाव किया है।

प्रक्रिया के पहले चरण में राज्य के अधिकारियों के द्वारा अपने फीडबैक दिए गए।
इसके अंतर्गत कुल 279 फीडबैक प्राप्त हुए जिनमें से बेहतरीन 102 फीडबैक्स को CS Conference portal पर अपलोड करने हेतु राज्य सरकार को भेजा गया है।
इसी के क्रम में राज्य द्वारा भी अपना फीडबैक नोट तैयार किए जाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।
सचिव महोदय द्वारा कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों से उत्तराखंड के परिपेक्ष्य में चुनौतियों पर गहन विचार मंथन करते हुए समुचित समाधान प्रस्तुत करने का आग्रह किया गया।

सचिव, विद्यालयी शिक्षा द्वारा कार्यशाला में आमंत्रित निजी विद्यालयों के सदस्यों तथा स्वयं सेवी संस्थाओं के सदस्यों का विेशेष आभार प्रकट किया गया।
कार्यशाला के प्रारंभ में समस्त प्रतिभागियों को 10 समूहों मे बांटा गया। प्रत्येक समूह को अलग-अलग विषय प्रदान किये गये।
विचार मंथन सत्र के उपरांत प्रत्येक ग्रुप द्वारा राज्य के परिप्रेक्ष्य में दिए गए चैलेंज और उसके समाधान प्रस्तुत किए गए।
अंत में निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ मुकुल कुमार सती एवं निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण श्रीमती वंदना गर्ब्याल द्वारा कार्यक्रम में सम्मिलित प्रतिभागियों का धन्यवाद किया गया।
कार्यक्रम का समन्वयन उप राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा अजीत भंडारी द्वारा किया गया।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. बी पी मैंदोली द्वारा किया गया।
कार्यशाला में उपराज्य परियोजना निदेशक श्रीमती पल्लवी नैन, प्रद्युम्न सिंह रावत, अंजुम फातिमा, विभिन्न जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, उप शिक्षा अधिकारी, एससीईआरटी के अधिकारी एवं संकाय सदस्यों सहित राज्य परियोजना कार्यालय का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।