उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा की जाने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती प्रक्रिया में संशोधन की मांग को लेकर आज बड़ी संख्या में नेट, स्लेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने देहरादून में राज्य आंदोलनकारी वरिष्ठ भाजपा नेता रविंद्र जुगराण से मिलकर लिखित परीक्षा के माध्यम से चयन प्रक्रिया संपादित करवाने की मांग रखी।
नेट एवं स्लेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने बताया कि एपीआई (Academic Performance Index) पर आधारित मेरिट बनाए जाने से उत्तराखण्ड के अधिकांश युवा भर्ती के पहले चरण में ही बाहर हो जाएंगे। इस प्रक्रिया में पी एच डी डिग्री को 25 अंकों का भारी वेटेज दिया गया है, जिससे अन्य अभ्यर्थी मेरिट से बाहर हो रहे हैं। ए पी आई आधारित मेरिट के स्थान पर लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार का वेटेज 85:15 रखते हुए के चयन प्रक्रिया सम्पन्न करने की मांग युवाओं ने रखी।
महिला अभ्यर्थियों का किया आह्वान
एकत्रित हुए अभ्यर्थियों ने अपने वक्तव्य में बताया कि आज भारी संख्या में युवा एकत्र हुए हैं, लेकिन महिला अभ्यर्थियों का बिल्कुल भी प्रतिनिधित्व नहीं है। इस मामले में महिला अभ्यर्थियों का भी हित है तो वह भी सामने आकर अपनी बात क्यों नहीं रखती? बिना उनके सहयोग के यह लड़ाई आधी सी रहेगी। इसलिए हमारा यही आग्रह है कि जो भी महिला अभ्यर्थी देहरादून में मौजूद हैं,वह हमारे साथ जुड़े। उनकी सुरक्षा एवं आने-जाने की सुविधा का पूर्णता ध्यान रखा जाएगा ।
जुगराण ने दिया आश्वासन
रवींद्र जुगराण ने युवाओं की बात को पूरी तरह सुना और उनकी एकमात्र लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार की मांग का समर्थन किया, उन्होंने आश्वासन दिया कि वह पूरी तरीके से इस बात से सहमत हैं और युवाओं की मांग को आगे सरकार एवं शासन में पहुंचाएंगे।वे स्वयं अपने स्तर से इस दिशा में सरकार के समक्ष बात रखेंगे।