समस्याओं का समाधान न होने पर शिक्षक संघ ने जताया रोष

Teachers association meeting at raipur

उत्तराखण्ड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ रायपुर की त्रैमासिक बैठक आज पदम सिंह शिक्षक भवन रेसकोर्स देहरादून में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता संरक्षक रविन्द्र नाथ उपाध्याय ने की। बैठक में शिक्षा, शिक्षार्थियों एवं शिक्षक हितों से संबंधित विभिन्न बिंदुओं चयन-प्रोन्नत वेतनमान, चिकित्सा प्रतिपूर्ति, पंचायत चुनाव से विद्यालय प्रभावित होने, बच्चों के बस्ते के अत्यधिक वजन तथा कक्षा 3 की पुस्तकों के बदलने, विद्यालयों में शिक्षकों की कमी, सेवा पुस्तिकाओं के अवलोकन, पाठ्य पुस्तकों की कमी पर चर्चा की गयी।


बैठक में कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया। बैठक का संचालन मंत्री विनोद सिंह असवाल ने किया। बैठक में उप शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा शिक्षकों के विभिन्न कार्यों को समय पर निष्पादित न करने को लेकर गहरा रोष प्रकट किया गया। उपाध्यक्ष फरसराम कोठारी ने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा 7 मई 2025 को विकासखण्ड के 48 शिक्षकों का चयन वेतनमान स्वीकृत किया गया था, परन्तु उप शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा अभी तक उक्त चयन वेतनमान सम्बन्धित शिक्षकों के वेतन में नहीं लगाया गया है। जिससे शिक्षकों को आर्थिक हानि का सामना करना पड़ रहा है।

वरिष्ठ उपाध्यक्ष गीता लिंगवाल ने कहा कि इस सत्र में शिक्षक 6 बार ऑटो बुक करके संकुल में किताबें लेने चले गये हैं परन्तु अभी भी सभी बच्चों के लिये पुस्तकें नहीं मिल पायी हैं। जिससे शिक्षण व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। कोषाध्यक्ष प्रशान्त सकलानी, उपाध्यक्ष संजीता गैरोला, संगठन मंत्री आशा मोहन, प्रचार मंत्री गीता गौड़ ने विद्यालयों में शिक्षकों की कमी पर चिंता प्रकट की तथा यथाशीघ्र विद्यालयों में मानकानुसार शिक्षक नियुक्त करने की मांग की।

उपाध्यक्ष प्रकाश चंद्र डबराल ने पदोन्नति एवं स्थानांतरण न होने पर चिंता प्रकट की। उन्होंने कहा कि अन्य संगठनों के साथ समन्वय स्थापित कर यथाशीघ्र पदोन्नति एवं स्थानांतरण प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाना चाहिये।

प्रचार मंत्री सुनीता रावत ने सेवा पुस्तिका तथा सामान्य भविष्य निधि पुस्तिका का यथाशीघ्र अवलोकन की बात दोहराई। संगठन मंत्री भारती क्षेत्री, संयुक्त मंत्री संजय कुमार, उप मंत्री प्रमोद तोमर, प्रचार मंत्री कांति रावत सहित सभी सदस्यों से शिक्षकों के लम्बित एरियर का मुद्दा उठाया। बैठक को सम्बोधित करते हुये अध्यक्ष अरविन्द सिंह सोलंकी ने सभी पदाधिकारियों ने पूर्ण मनोयोग से शिक्षा, शिक्षक और शिक्षार्थियों के हितों के लिये कार्य करने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने कहा कि विभाग ने विद्यालयों और छात्रों को प्रयोगशाला बना दिया है, कक्षा 2 के बाद कक्षा 3 में तीन पुस्तकों से सीधे 7 पुस्तकें थोप दी गयी हैं।

सत्र प्रारम्भ होने से ग्रीष्मावकाश तक 8 सप्ताह तक मिशन कोशिश पढ़वाया गया और जब जुलाई में कक्षा 3 की पुस्तकें प्राप्त हुई तो सभी पुस्तकें बदल दी गयी हैं। कक्षा 3, 4, तथा 5 की पर्यावरण अध्ययन की पुस्तक का ही वजन एक किलो से अधिक है जिससे बच्चों के बस्ते का बोझ बढ़ गया है।
मंत्री बिनोद असवाल ने कहा कि शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं पर वार्ता के लिये उप शिक्षा अधिकारी से 17 जुलाई की तिथि निर्धारित की गयी है।

कार्यकारिणी की त्रैमासिक बैठक में अध्यक्ष अरविन्द सिंह सोलंकी, मंत्री बिनोद सिंह असवाल, कोषाध्यक्ष प्रशांत सकलानी, संरक्षक रविन्द्र नाथ उपाध्याय, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गीता लिंगवाल, उपाध्यक्ष विमला रावत, फरसराम कोठारी, संजीता गैरोला, प्रकाश चंद्र डबराल, राजेश्वरी थपलियाल, संयुक्त मंत्री संजय कुमार, उप मंत्री अनिता नैथानी, प्रमोद कुमार, संगठन मंत्री प्रकाश पुरोहित, आशा मोहन, ज्ञानानन्द चमोली, भारती क्षेत्री, प्रचार मंत्री सुनीता रावत, कांति रावत, गीता गौड़ तथा लेखाकार रीता परमार उपस्थित रहे।

Leave a Comment