समग्र शिक्षा उत्तराखंड द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय मैथ्स विजार्ड एवं स्पेल जीनियस प्रतियोगिता में प्रदेश पर से आए नन्हे मुन्ने विद्यार्थियों द्वारा अपने प्रदर्शन से शिक्षा महानिदेशक सहित उपस्थित अधिकारियों अध्यापकों और दर्शकों को हतप्रभ कर दिया।
दिनांक 12 दिसंबर 2023 को श्री गोवर्धन सरस्वती विद्या मंदिर सुमन नगर धरमपुर, देहरादून में राज्य स्तरीय मैथ्स विजार्ड एवं स्पेल जीनियस प्रतियोगिता का आयोजन समग्र शिक्षा उत्तराखंड द्वारा किया गया।
गणित तथा अंग्रेजी विषयों से संबंधित इन राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में प्रत्येक जनपद के जनपद स्तर पर विजेता रहे दो-दो प्रतिभागियों द्वारा राज्य स्तर पर प्रतिभाग किया गया। कुल 52 छात्रों ने सुबह 9:00 बजे से अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन दिखाना शुरू किया, तो निर्णायकगणों और मूल्यांकनकर्ताओं को भी किंकर्तव्यविमूढ़ कर दिया।
बच्चे इतने प्रतिभाशाली थे कि मैथ्स विजार्ड प्रतियोगिता में प्रथम चरण की परीक्षा के बाद दो अतिरिक्त राउंड टाई ब्रेकर के रूप में आयोजित करने पड़े। जबकि स्पेल जीनियस प्रतियोगिता में प्रथम चरण में कुछ बच्चों के समान अंक होने के कारण द्वितीय चरण की परीक्षा आयोजित की गयी।इस प्रतियोगिता में बच्चों के लिए रिक्त स्थान भरने, रैपिड फायर राउण्ड आदि आयोजित किये गये जिसमें बच्चों के प्रदर्शन ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस प्रतियोगिता में भी कुछ बच्चों के द्वारा उस राउण्ड के लिए निर्धारित शत प्रतिशत अंक प्राप्त किये गये।
क्या है मैथ्स विजार्ड एवं स्पेल जीनियस प्रतियोगिताएं
उत्तराखंड राज्य के राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में अध्यनरत छात्र-छात्राओं में गणित एवं अंग्रेजी विषय के प्रति रुचि जागृत करने एवं उनकी प्रतिभा को एक मंच प्रदान करने के लिए समग्र शिक्षा उत्तराखंड द्वारा प्रतिवर्ष इन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। विद्यालय स्तर के बाद क्रमशः संकुल, विकासखंड व जनपद स्तर पर प्रतिभाग करने के पश्चात इन दोनों प्रतियोगिताओं में प्रत्येक जनपद से शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले दो-दो प्रतिभागियों को राज्य स्तर पर प्रतिभाग कराया जाता है।
शिक्षा और संस्कार बनाते हैं व्यक्तित्व को महान
प्रतिभागी छात्र छात्राओं को पुरस्कृत करते हुए महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा उत्तराखंड बंशीधर तिवारी द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि शिक्षा और संस्कार दोनों हमारे व्यक्तित्व को महान बनाते हैं । इसलिए शिक्षा में संस्कारों का समावेश होना अत्यंत जरुरी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भी इसी दिशा में संकेत करती है।
बच्चों को गोद में उठाकर दिए पुरस्कार
बच्चों की प्रतिभा से अभिभूत महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा ने बच्चों और उनके मार्गदर्शक शिक्षकों की जमकर तारीफ की। इस अवसर पर उन्होंने राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय कपकोट बागेश्वर के प्रधानाध्यापक ख्याली दत्त शर्मा के निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना करते हुए उन्हें सम्मानित भी किया। महानिदेशक बच्चों के साथ इतना घुल मिल गए, कि उन्होंने बच्चों को गोद में उठाकर पुरस्कार दिए।
कार्यक्रम में उपस्थित निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण श्रीमती बन्दना गर्व्याल के द्वारा भी बच्चों को पुरस्कार दिये गये। उनके द्वारा बच्चों की प्रतिभा की सराहना करते हुए उनके शिक्षकों को भी इसे बनाये रखने हेतु प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
कई बच्चों ने कभी नहीं देखी रेलगाड़ी
अपर राज्य परियोजना निदेशक डॉक्टर मुकुल कुमार सती ने बच्चों से संवाद किया तो कई बच्चों ने बताया कि वे पहली बार देहरादून आए हैं।एक प्रश्न के ज़बाब में अधिकांश बच्चों ने बताया कि उन्होनें कभी रेलगाड़ी नहीं देखी है, इस पर अपर परियोजना निदेशक द्वारा बच्चों को अगले आयोजन में रेलवे स्टेशन भ्रमण कराने का आश्वासन दिया गया।अपर राज्य परियोजना निदेशक द्वारा पूरे कार्यक्रम का स्वयं मार्गदर्शन किया गया। उनके द्वारा बच्चों को अपनी प्रतिभा को सतत बनाये रखने तथा शिक्षकों को इसमें सहयोग हेतु सदैव तत्पर रहने का आवाह्न किया गया।
मैथ्स विजार्ड प्रतियोगिता में रा०प्रा०वि० शिवगढ़,बहादराबाद हरिद्वार के छात्र अंशुल सिंह राठौर ने प्रथम , कुशल सिंह रा० आदर्श प्रा०वि० गुरना, बिण पिथौरागढ़ ने द्वितीय तथा सक्षम गुरूरानी, रा० आदर्श प्रा०वि० पतलिया नैनीताल द्वारा तृतीय स्थान प्राप्त किया गया।
स्पेल जीनियस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान रा०प्रा०वि० सांकरों कीर्तिनगर टिहरी के छात्र गौतम, द्वितीय स्थान आयुष्मान शाही, रा०आ०प्रा०वि कपकोट, बागेश्वर तथा तृतीय स्थान आयुष, रा०प्रा०वि बौरगाँव, थौलधार टिहरी के द्वारा प्राप्त किया गया।
बच्चों ने विद्यालय हेतु जीते स्मार्ट क्लास डिवाइस
दोनों प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के विद्यालयों को एक-एक इंटिग्रेटेड टीचिंग डिवाइस कियान (स्मार्ट कक्षा) स्कूलनेट के सहयोग से दिये गये। शिक्षकों को प्रशिक्षित करते हुए कहा गया कि जिन विद्यालयों को कियान दिया जा रहा है उसका कक्षा कक्ष में सदुपयोग अवश्य होना चाहिए।
प्रतियोगिताओं के निर्णायक मंडल में द्वारिका प्रसाद पुरोहित, प्रदीप बहुगुणा, कामाक्षा मिश्रा, अरुण बिष्ट,प्रियंका गैरोला,विजयलक्ष्मी बहुगुणा शामिल थे।
इसके अतिरिक्त इस कार्यक्रम में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस छात्रावास लालढांग, हरिद्वार के बच्चों के द्वारा मलखंभ का अद्भुत प्रदर्शन भी किया गया,जिसमें दर्शक के रूप में उपस्थित कुछ आमंत्रित सदस्यों के द्वारा छात्रों को नगद पुरस्कार भी दिये गये।
कस्तूरबा गाँधी आवासीय छात्रावास कोरबा एवं राजकीय बालिका इंटर कॉलेज राजपुर रोड देहरादून की बालिकाओं के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी सराहनीय प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में मंदाकिनी की आवाज सामुदायिक रेडियो से आज की कहानी बच्चों की जुबानी
प्रसारित करने वाले रूद्रप्रयाग के बच्चों को भी सम्मनित किया गया।
इस अवसर पर शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित समर कैम्प में सहयोग देने वाले विशेषज्ञों मीना राणा, दरबान नैथवाल, मंगलेश डंगवाल, पिंकी पंवार, अमिता रावत, विजया शर्मा आदि को भी महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन बी०पी० मैन्दोली, स्टाफ ऑफिसर समग्र शिक्षा एवं मदन मोहन जोशी उप राज्य परियोजना निदेशक के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
ईइस अवसर पर उप राज्य परियोजना निदेशक आकाश सारस्वत, प्रद्युम्न सिंह रावत, अंजुम फातिमा, समन्वयक नेहा रावत,अखिलेश ध्यानी, वी पी थपलियाल, योगेंद्र सिंह नेगी सहित समग्र शिक्षा के अधिकारी,कार्मिक, विभिन्न जनपदों से आए मार्गदर्शक शिक्षक आदि उपस्थित रहे।