माध्यमिक शिक्षा विभाग उत्तराखंड में शिक्षकों की पदोन्नतियां कई वर्षों से लंबित हैं, जिसके कारण विद्यालयों में संस्था अध्यक्षों सहित प्रवक्ताओं के हजारों पद रिक्त हैं,किंतु इन पर पदोन्नतियां नहीं हो पा रही हैं। विभाग द्वारा पदोन्नति न होने का कारण उच्च न्यायालय में चल रहे विभिन्न न्यायालयी वादों को बताया जा रहा है।
शिक्षकों द्वारा इन वादों के निस्तारण की दिशा में विभाग और सरकार से पहल किए जाने की लंबे समय से मांग की जा रही है जिससे वर्षों से लंबित पदोन्नतियां हो सके। इसी क्रम में राजकीय शिक्षक संघ की नवगठित प्रांतीय कार्यकारिणी की मांग पर उक्त वादों के निस्तारण हेतु प्रयास करने के लिए निदेशक माध्यमिक शिक्षा उत्तराखंड सीमा जौनसारी द्वारा आगामी 5 अगस्त को माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई है।
निदेशक माध्यमिक शिक्षा उत्तराखंड सीमा जौनसारी द्वारा जारी पत्र के अनुसार माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल में चल रहे वरिष्ठता संबंधी मुकदमों के निस्तारण की दिशा में विचार विमर्श करने हेतु संबंधित पक्षकारों को बैठक में बुलाया गया है। इनमें प्रेमलता बौड़ाई, मुकेश बहुगुणा,वीरेंद्र बिजल्वाण और राजेंद्र कुलाश्री शामिल हैं।
लंबे समय से पदोन्नतियां न होने के कारण सैकड़ों शिक्षक बिना पदोन्नति के सेवानिवृत्त हो चुके हैं,और कई अन्य सेवानिवृत्ति की कगार पर हैं।यदि ऐसे में इस दिशा में कोई समाधान निकल जाए तो वास्तव में यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी, और पदोन्नति हेतु पात्र शिक्षकों को न्याय मिल सकेगा।