(Dr Nand Kishore Dhaundiyal Arun, chitthi Patri, garhwali sahitya)
वर्ष 2023 के लिए उत्तराखंड का प्रसिद्ध साहित्यिक सम्मान ‘चिट्ठी सम्मान’ वरिष्ठ साहित्यकार डा. नंद किशोर ढौंडियाल को दिया जाएगा।
गढ़वाल की लोकभाषा और लोकसाहित्य के लिए कार्य करने वाली प्रसिद्ध संस्था चिट्ठी द्वारा दिया जाने वाला चिट्ठी सम्मान वर्ष 2023 के लिए उत्तराखंड के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. नंद किशोर ढौंडियाल ‘ अरुण ‘ को दिया जाएगा। चिट्ठी- पत्री पत्रिका की प्रकाशक इस संस्था ने डा. अरुण के साहित्यिक योगदान के लिए उन्हें इस सम्मान से सम्मानित करने का निर्णय लिया है।
उत्तराखंड के जनपद पौड़ी गढ़वाल के सुदूरवर्ती गांव सिलेत में जन्मे स्वर्गीय पंडित सीताराम ढौंडियाल और श्रीमती रेवती देवी के सुपुत्र प्रोफेसर नंदकिशोर ढौंडियाल ‘अरुण’ उत्तराखंड के वरिष्ठ साहित्यकार हैं ।उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड से हिंदी के प्रोफेसर पद से सेवानिवृत्त डॉक्टर अरुण की साहित्यिक यात्रा उनकी किशोरावस्था से अब तक अनवरत जारी है।कविता, नाटक, जीवनी,निबंध जैसी लगभग सभी साहित्यिक विधाओं पर उनकी सौ से भी अधिक पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। सात वृहद खंडों में प्रकाशित गढ़वाल की दिवंगत विभूतियां (सन1980 के पश्चात), गढ़वाली भाषा है बोली नहीं, पेशावर का शांति शार्दुल, उत्तराखंड की जागर गाथाओं का कथा अंतरण, जननी और जन्मभूमि आदि उनकी प्रसिद्ध रचनाएं हैं डॉक्टर अरुण के साहित्य पर कई शोधार्थी शोध भी कर चुके हैं तथा उनके अधीन कई शोधार्थियों ने अपना शोध कार्य में पूर्ण किया है। कविता, कहानी,नाटक,गीत,शोध आदि सभी साहित्यिक विधाओं में डा. अरुण ने उत्कृष्ट योगदान दिया है।
डा. नंद किशोर ढौंडियाल को यह सम्मान देहरादून में आयोजित एक समारोह में दिनांक 8 अक्टूबर 2023 को गढरत्न नरेंद्र सिंह नेगी, पीसीएस अधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी, कवींद्र ईष्टवाल, नीरज पंत जैसी नामचीन हस्तियों की उपस्थिति में प्रदान किया जाएगा।
इस अवसर पर आयोजक संस्था द्वारा गढ़वाली कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें आमंत्रित कविगणों नरेंद्र सिंह नेगी,गणेश खुगसाल गणी, बीना बेंजवाल,रमेश घिल्डियाल,हरीश जुयाल, ओम बधानी,दिनेश ध्यानी, भगवती सुंदरियाल द्वारा कविता पाठ किया जाएगा।
डा. नंद किशोर ढौंडियाल को यह सम्मान दिए जाने पर क्षेत्र के साहित्यकारों और संस्कृति कर्मियों ने हर्ष जताया है।