आपदा प्रबंधन पर पुस्तक लेखन कार्यशाला में जनपद देहरादून की आपदा प्रबंधन अधिकारी डा. दीपशिखा ने विशेषज्ञ लेखकों को महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
आपदाओं की दृष्टि से संवेदनशील प्रदेश उत्तराखंड में विद्यार्थियों और जनमानस को जागरूक करने के उद्देश्य से राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तराखंड द्वारा कक्षा 9 और 10 के लिए आपदा प्रबंधन विषय पर पाठ्य पुस्तकों का विकास किया जा रहा है। पहले चरण में कक्षा 9 हेतु पाठ्यपुस्तक लेखन कार्य पूर्ण हो चुका है।
वर्तमान में दूसरे चरण के अंतर्गत कक्षा 10 के विद्यार्थियों के लिए अजीम प्रेमजी फाउंडेशन सभागार देहरादून में पुस्तक लेखन कार्य किया जा रहा है, जिसमें प्रदेश भर से विषय विशेषज्ञों का आमंत्रित किया गया है।
आज कार्यशाला के दूसरे दिन जनपद देहरादून की आपदा प्रबंधन अधिकारी डॉ. दीपशिखा ने विशेषज्ञ लेखकों के साथ गहन विचार विमर्श किया। उन्होंने प्रत्येक पाठ में शामिल पाठ्यवस्तु की गहन समीक्षा की तथा इसमें अपेक्षित सुधार हेतु बहुमूल्य सुझाव भी दिए ।
उन्होंने कहा कि यह पुस्तक केवल विद्यार्थियों के लिए ही नहीं बल्कि अभिभावकों और आम जनमानस के लिए भी आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में जागरूकता का साधन बन सकेगी। उन्होंने पुस्तक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं के समावेश हेतु भी सुझाव दिए तथा कार्यशाला में उपस्थित लेखकों के प्रश्नों और शंकाओं का समाधान भी किया।
कार्यशाला समन्वयक डा. एस पी सेमल्टी और सोहन नेगी द्वारा डॉ. दीपशिखा का औपचारिक स्वागत किया गया तथा उन्हें पाठ्य पुस्तक विकास की संपूर्ण प्रक्रिया और अब तक हुई कार्य प्रगति के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर प्रदीप बहुगुणा, गिरीश सुंदरियाल, अरुण थपलियाल,डॉ. दिनेश रतूड़ी,सुनील भट्ट, सुरेंद्र आर्यन ,डॉ राकेश गैरोला, डॉ. बुद्धि प्रसाद भट्ट,अखिलेश डोभाल, रवि दर्शन तोपाल, रमेश प्रसाद बडोनी, डा. सुशील राणा,रजनी रावत,सीमा शर्मा,देवेश जोशी, डा.आलोक प्रभा पांडे,गोपाल घुगत्याल, कंचन रावत, अवनीश सिंह ,संजय रावत, हेमलता बिष्ट ,सोहन रावत, राजकुमार और सिद्धार्थ आदि लेखक, चित्रकार और सहयोगी उपस्थित रहे।