कल्पवृक्ष सस्टेनेबल डेवलपमेंट सोसायटी द्वारा माया देवी विश्वविद्यालय देहरादून में विगत 2 जून से आयोजित डिजिटल कैटलिस्ट प्रोग्राम 2025 का समापन एक भव्य समारोह के साथ हुआ।

कल्पवृक्ष सस्टेनेबल डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा माया देवी विश्वविद्यालय, सेलाकुई, देहरादून के सहयोग से आयोजित डिजिटल कैटेलिस्ट प्रोग्राम 2025 का समापन आज भव्य एवं प्रेरणादायी वातावरण में संपन्न हुआ। इस 14 दिवसीय पूर्णतः निःशुल्क आवासीय बूटकैम्प में उत्तराखंड के ग्रामीण एवं सीमांत क्षेत्रों से चयनित 70 मेधावी विद्यार्थियों को Python प्रोग्रामिंग, डेटा विश्लेषण, मोबाइल ऐप डेवलपमेंट, डिज़ाइन थिंकिंग और प्रोजेक्ट प्रबंधन जैसी 21वीं सदी की अत्यंत आवश्यक तकनीकी दक्षताओं का प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

छात्रों ने रोबोटिक्स, वर्चुअल रियलिटी, साइबर सुरक्षा, एआई टूल्स और प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग जैसे अत्याधुनिक विषयों पर Future Forward Seminars के माध्यम से ज्ञान अर्जित किया। साथ ही, योग और ध्यान सत्रों ने उनके मानसिक और आत्मिक विकास को भी सशक्त किया।
प्रशिक्षण के दौरान छात्रों ने कुल 13 सामुदायिक नवाचार परियोजनाएँ विकसित कीं, जिनमें से दो उत्कृष्ट परियोजनाओं को समापन समारोह में मंच पर प्रस्तुत किया गया।
क्योरवाणी (CureVaani)
– गवर्नमेंट इंटर कॉलेज द्वारा के छात्रों द्वारा विकसित यह मोबाइल एप ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को आसान बनाता है। उपयोगकर्ता अपने स्वास्थ्य लक्षण दर्ज कर सकते हैं और एप की API के माध्यम से उन्हें संभावित निदान एवं स्वास्थ्य सुझाव तुरंत प्राप्त होते हैं। यह समय और धन दोनों की बचत करता है।
निट्टिफाई (Knittify)
– बेलानी, रुद्रप्रयाग की बालिकाओं द्वारा संचालित यह पहल ग्रामीण महिलाओं को बुनाई एवं हस्तशिल्प के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने का अवसर देती है। यह परियोजना उन्हें उच्च गुणवत्ता की सामग्री, समुदाय का सहयोग और विपणन की संभावनाएँ प्रदान करती है, जिससे वे अपनी रचनात्मकता को आय में परिवर्तित कर सकें।
इन सभी 70 टेक चेंजमेकर्स को आगामी एक वर्ष तक विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन (Year-long mentorship) प्रदान किया जाएगा, ताकि वे अपने डिजिटल कौशल को और बेहतर बना सकें तथा अपने सामुदायिक परियोजनाओं को धरातल पर उतार सकें।

मुख्य अतिथि श्री बसवराज पाटिल जी, राष्ट्रीय संयोजक, राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन, ने कहा कि “यह बूटकैम्प उत्तराखंड में सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। समझदारी, ईमानदारी और सक्रियता के साथ ये युवा टेक चेंजमेकर्स भारत के भविष्य निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाएंगे।”

विशिष्ट अतिथि, सुश्री मेघा बंसल, उपाध्यक्ष, मोबिलिटी एवं ट्रांसपोर्ट, ONDC, ने कहा कि “बालिकाओं की 54% भागीदारी यह दर्शाती है कि उत्तराखंड की आर्थिक प्रगति का नेतृत्व आने वाले वर्षों में भी महिलाओं के हाथों में रहेगा।”

डॉ. सचिन चौधरी, उपाध्यक्ष, कल्पवृक्ष संस्था, ने कहा कि “यह बूटकैम्प केवल प्रशिक्षण नहीं बल्कि ग्रामीण युवाओं में डिजिटल निर्माण की चेतना जाग्रत करने का अभियान है।”
समारोह में गढ़वाली सरस्वती वंदना, सांस्कृतिक लोकगीत, प्रेरणात्मक कविता, एवं प्रतिभागियों के अनुभव साझा करने की प्रस्तुति ने सभी को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम के अंत में सभी छात्रों, प्रशिक्षकों एवं स्वयंसेवकों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए और सामूहिक चित्र के साथ इस प्रेरणास्पद यात्रा का समापन हुआ।

इस अवसर पर प्रदीप नेगी (महासचिव, कल्पवृक्ष), अभिनव नेगी (संस्थापक), देव उपाध्याय (कार्यकारिणी सदस्य), अंकित रावत, पल्लवी बिष्ट, आभाष बिजल्वाण, दिव्या भट्ट, निहारिका, सृजना, अमित राणा, आदित्य पांडे आदि की गरिमामयी उपस्थिति रही।