नवीन शैक्षिक सत्र 2025-26 के दो माह पूर्ण होने पर ग्रीष्मावकाश से पूर्व आज राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ में बाल मेले का आयोजन किया गया। बाल मेले में छात्र-छात्राओं ने इन दो माह में प्राप्त की गई दक्षताओं का प्रदर्शन किया। बाल मेले के पश्चात अभिभावक-शिक्षक बैठक (PTM) आयोजित की गई।

बाल मेले का शुभारंभ विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष सीमा ने किया। बाल मेले में आने वाले अभिभावकों तथा विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों ने प्रत्येक कक्षा में जाकर छात्र-छात्राओं द्वारा इन दो माह में किये गये कार्यों का अवलोकन किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरविन्द सिंह सोलंकी ने कहा की एक अप्रैल से नया शैक्षिक सत्र प्रारंभ होने पर विद्यालय में SCERT द्वारा तैयार मिशन कोशिश कार्यक्रम चलाया जा रहा है। मिशन कोशिश में प्रत्येक कक्षा के उन प्रतिफलों को लिया जाता है जो पिछली और नयी कक्षा के बीच सेतु का कार्य करते हैं और जिनको अगली कक्षा के लिये सीखना आवश्यक है। मिशन कोशिश का 8 सप्ताह का कार्यक्रम पूर्ण करने के पश्चात इन 8 सप्ताह में शिक्षकों द्वारा छात्रों को सिखाये गये कार्यों का प्रदर्शन ही आज बाल मेले में किया जा रहा है।

जिनमें मापन, परिवार वंश वृक्ष, कविता, कहानी, चित्रकथा, अपने बारे में बातचीत, टंग ट्विस्टर, पहेलियाँ, सार्वजनिक संस्थाओं के बारे में जानकारी, विभिन्न जानवरों के मुखौटे बनाकर उनका अभिनय इत्यादि विभिन्न क्रिया-कलापों का प्रस्तुतिकरण किया जा रहा है। अभिभावकों द्वारा सभी कक्षाओं के अवलोकन के पश्चात अभिभावक-शिक्षक बैठक आयोजित की गई जिसमें अभिभावकों ने विद्यालय के शिक्षकों द्वारा किये गये कार्यों की भरपूर सराहना की। लक्ष्मी देवी ने कहा कि बच्चे पूरे आत्मविश्वास के साथ अपने कार्य को प्रस्तुत कर रहे हैं और इन दो माह में बच्चों ने बहुत कुछ सीखा है। करन थापा ने कहा कि विद्यालय के बच्चों ने जो दो माह में सीखा है और उसे जिस प्रकार से अभिभावकों के सामने प्रस्तुत किया है वह काबिले तारीफ है।
अभिभावक सविता ने कहा कि मैंने अपनी पुत्री को पिछले वर्ष नवम्बर में निजी विद्यालय से हटाकर प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ में कक्षा 3 में प्रवेश दिलाया था और आज मेरी पुत्री जिस आत्मविश्वास के साथ विषय वस्तु और किसी भी संबोध पर बात करती है उसके लिये मुझे अपने निर्णय पर बहुत गर्व होता है। उन्होंने विद्यालय के शैक्षिक वातावरण, अनुशासन तथा अन्य पाठ्य-सहगामी क्रियाकलापों में विद्यालय के शिक्षकों द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की।

जैतून बीवी ने कहा कि हम गुर्जर समुदाय के लोग हैं और हमारे बच्चे पहली पीढ़ी के पढ़ने वाले हैं, जिस तरह से वह विद्यालय में आकर सीख रहे हैं वह हमारे लिये बहुत ही खुशी की बात है। वाजिद अहमद ने कहा विद्यालय के शिक्षकों की मेहनत बच्चों में अलग ही झलकती है। बैठक में उपस्थित पार्षद प्रतिनिधि आलोक परमार ने कहा कि मैंने अब तक जितने भी राजकीय प्राथमिक विद्यालय देखे हैं प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ उनमें सर्वोच्च है। विद्यालय के प्रति शिक्षकों का समर्पण एवं परिश्रम सराहनीय है। उन्होंने सभी अभिभावकों से भी विद्यालय के साथ ही घर पर अपने पाल्यों की पढ़ाई में सहयोग करने का अनुरोध किया।

बाल मेले तथा अभिभावक-शिक्षक बैठक में पार्षद प्रतिनिधि आलोक परमार, विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष सीमा, विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरविन्द सिंह सोलंकी, सहायक अध्यापक उषा चौधरी, मीना घिल्डियाल, मधुलिका, वीरेंद्र उनियाल अभिभावक जशोमति, लक्ष्मी देवी, शिवाना, केशर जहां, सीमा देवी, आंचल, पिंकी, करन थापा, जैतून बीबी, सरस्वती, सविता, पंकज कुमार, वीरेंद्र सिंह, वाजिद अहमद, गुलाम रसूल, हुसन बीवी, लीलावती, सविता, गुलिस्ता रूमा, मीना देवी सहित अनेकों अभिभावक उपस्थित रहे।