विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प

ग्रीष्मावकाश के दौरान विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आज राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ देहरादून में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गयीं। सर्वप्रथम विद्यालय के शिक्षकों एवं छात्रों ने विद्यालय में लगाये गये पेड़-पौधों की निराई-गुड़ाई की तथा उनमें पानी दिया। तत्पश्चात “हग ए ट्री” कैम्पेन के अंतर्गत पूर्व से लगाये गये पेड़ों का आलिंगन करते हुये उनकी रक्षा करने का संकल्प लिया गया।


इसके पश्चात विद्यालय में राजाजी टाइगर रिजर्व की रामगढ़ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी जयपाल सिंह रावत अपनी रेंज के कर्मचारियों के साथ उपस्थित हुये। उन्होंने विद्यालय में उपस्थित छात्र-छात्राओं को विश्व पर्यावरण दिवस के बारे में जानकारी दी और पर्यावरण की रक्षा करने की शपथ दिलायी।

उन्होंने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण को स्वच्छ और सुंदर बनाये रखने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिनके अंतर्गत अपने आसपास की सफाई, वृक्षारोपण पूर्व में रोपित पौधों को देखभाल, प्लास्टिक की रोकथाम, ग्लोबल वार्मिंग से बचाव इत्यादि विभिन्न कार्यक्रम चलाये जाते हैं। इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम हमारी भूमि, हमारा भविष्य के नारे के तहत भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण को रोकने और सूखे की रोकथाम पर केंद्रित है।


इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरविन्द सोलंकी ने कहा कि पर्यावरण का संतुलन हमारे लिये अत्यंत आवश्यक है। मनुष्य द्वारा पर्यावरण को अत्यधिक नुकसान पहुँचाये जाने के कारण आज के समय में बहुत ज्यादा गर्मी बढ़ रही है, जिसकी रोकथाम हम विभिन्न छोटे-छोटे उपाय अपनाकर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पेड़-पौधे भी लगाये जाते हैं परन्तु इस समय बहुत ज्यादा गर्मी पड़ रही है इसलिये यह समय पौधों को लगाने के लिये अनुकूल नहीं है। बरसात प्रारंभ होने पर विद्यालय तथा विद्यालय के आसपास के क्षेत्र में रामगढ़ रेंज के सहयोग से वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।

World environment day celebration at gps ramgarh


इसके पश्चात विभागीय निर्देशों के अंतर्गत छात्र-छात्राओं को आसपास के पारिस्थितिक तंत्र में प्रकृति की सैर का आयोजन किया गया। सभी छात्र- छात्रायें, शिक्षक एवं वन कर्मी क्षेत्र में पर्यावरण के प्रति जागरूकता के नारे लगाते हुये वन आरक्षी अवंतिका सेमवाल के नेतृत्व में राजाजी टाइगर रिजर्व की रामगढ़ रेंज की सैर के लिये गये। इस सैर के दौरान उन्होंने रेंज के भीतर एक प्राकृतिक जल स्रोत, एक वाटर हॉल तथा रेंज में अवस्थित विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों का अवलोकन किया।

सैर के दौरान ही वन आरक्षी अवंतिका सेमवाल ने बताया कि रेंज के भीतर यह बहुत ही स्वच्छ, मीठे एवं शीतल जल का बहुत बड़ा स्रोत है, इसका उदगम यहीं पर जमीन के भीतर से हो रहा है। सभी छात्रों एवं शिक्षकों ने इस स्वच्छ एवं शीतल जल का आनंद लिया। इसके पश्चात उन्होंने कैलावाली रौ में वन्य जीवों के पानी पीने के लिये तैयार किये गये वाटर हॉल के बारे में बताया। सैर के अंत में उन्होंने बताया कि यह मुख्य रूप से साल वन है परंतु इसके अलावा कुछ मात्रा में रोहिणी तथा अन्य प्रजाति के पेड़- पौधे भी यहाँ पर हैं। वन्य जीवों में इस रेंज में हाथी, स्पॉटेड हिरण (चीतल), बार्किंग हिरण (काकड़), जंगली सूअर, लंगूर, बंदर, जंगली बिल्ली आदि भी पाये जाते हैं। इस क्षेत्र में पक्षियों की भी विभिन्न प्रजातियां पायी जाती हैं जिनमें मोर, मटर फाउल, जंगल फाउल, विभिन्न तोते, कठफोड़वा, किंगफिशर, फिंच आदि शामिल हैं। इसके अलावा छिपकलियों, सांपों और कछुओं की विभिन्न प्रजातियों के साथ ही यह क्षेत्र अजगर, कोबरा और किंग कोबरा आदि के लिये भी जाना जाता है। सभी छात्र-छात्राओं ने सैर के दौरान बतायी गयी महत्वपूर्ण जानकारियों को अपनी कॉपी में नोट किया।


विद्यालय में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम एवं सैर में आज राजाजी टाइगर रिजर्व की रामगढ़ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी जयपाल सिंह रावत, वन आरक्षी किशोर बड़ोनी, अवंतिका सेमवाल, सुभाष रावत, वन कर्मी अमित गुरुंग, विकास थापा, नैन बहादुर थापा, नितिन ध्यानी, बलवंत खोलिया, विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरविन्द सोलंकी, सहायक अध्यापिकायें उषा चौधरी, रुचि सेमवाल, मीना घिल्डियाल, मधुलिका समेत विद्यालय के छात्र-छात्रायें तथा भोजन माता विमला देवी उपस्थित रहे।

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