राजकीय इंटर कालेज खरोड़ा में हुआ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर कार्यशाला का आयोजन

देहरादून, 09 दिसंबर।

देहरादून के चकराता विकास खण्ड के दूरवर्ती विद्यालय राजकीय इंटर कॉलेज खरोड़ा में आज एन. ई. पी. 2020 पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई।

workshop on nep 2020 at gic kharoda

सरदार महिपाल राजेंद्र जनजातीय पी. जी कालेज सहिया द्वारा जौनसार क्षेत्र के राजकीय इंटर कालेजों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न पक्षो और इसके तहत उच्च शिक्षा में प्रवेश पर आधारित कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशालाओं का यह कार्यक्रम 25 नवंबर से शुरू हुआ था और 25 दिसम्बर तक चलेगा। इसके अंतर्गत आज चकराता विकास खण्ड के दूरवर्ती विद्यालय राजकीय इंटर कॉलेज खरोड़ा में एन. ई. पी. 2020 पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई।

इस अवसर पर कार्यक्रम के चेयर मेन अनिल सिंह तोमर ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में जागरूक करना है जिससे वे इंटरमीडियट के बाद उच्च शिक्षा में प्रवेश से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत विद्यालयी शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्य चर्या की रूपरेखा निर्माण में चेयर परसन रह चुके डॉ. उमेश चमोला ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में स्कूली शिक्षा का ढांचा 5+3+3+4 निर्धारित किया गया है। इसके अंतर्गत शुरू के पाँच वर्ष बुनियादी शिक्षा के लिए रखे गए हैं। प्रदीप कुमार सहायक प्रोफेसर समाज शास्त्र ने पावर पॉइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से इंटर की परीक्षा पास करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए पंजीकरण करने और CUET (Common University Entrance Test ) और समर्थ पोर्टल की जानकारी देते हुए बारहवीं के बाद के विषयों के चयन पर अपनी बात रखी। उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग और उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से विभिन्न पदों की अहर्ताओं के बारे में बच्चों को बताया। इस अवसर पर रिंकू दास भारती सहायक प्रोफेसर राजनीति विज्ञान और वरुण प्रसाद सेमवाल सहायक प्रोफेसर अर्थ शास्त्र ने भी विचार व्यक्त किए। युद्ध वीर सिंह चौहान ने इस कार्यक्रम के आयोजन की सराहना करते हुए आशा व्यक्त की इससे बच्चों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न पक्षो से अवगत होने का अवसर मिला होगा। इस अवसर पर सचिन ढोंडी, सतपाल सिंह, इंदु कार्की, कृपा राम जोशी और पमिता जोशी ने भी विचार व्यक्त किए.

Leave a Comment

Exit mobile version