लॉकडाउन में मजदूर

फोटो-इंटरनेट (साभार) सिर पर बड़ी गठरियाँ लादे, कंधों पर थैले लटकाये। लॉकडाउन का कर उल्लंघन, भीड़ बने,सड़कों पर छाये॥ शौक नहीं,इनको भ्रमण का, न कानून तोड़ना,है मंजूर। लाचार हुए नियति के हाथों, चल रहे निरंतर,ये मजदूर॥ जहाँ हैं,गर वहीं रहे तो, क्या खाएँगे,क्या ये पीयेंगे। काम नहीं,पैसा भी नहीं है, भूखे पेट,कब तलक जीएँगे॥ कौन … Read more

कहाँ कोरोना रोका साहब

…..प्रदीप बहुगुणा ‘दर्पण’ फोटो(साभार)-इन्टरनेट कहाँ कोरोना रोका साहब, देते सबको धोखा साहब। घूम रहे सब खुल्लमखुल्ला, मार रहे हैं चौका साहब।। पचास केस पर लॉकडाउन था, बंद विलेज और हर टाउन था। गली कूचे सुनसान पड़े थे, शहर भी सब वीरान पड़े थे। अब लाखों में नंबर आया। तो सब कुछ है क्यों खुलवाया। यही … Read more

लॉकडाउन के चक्कर में

फोटो-इंटरनेट(साभार) हो गए हम बेहाल,सुनो जी, लॉकडाउन के चक्कर में। अरे बुरे हो गए हाल ,सुनो जी, लॉकडाउन के चक्कर में॥ हफ्ता भर तो मजे में बीता, किया बहुत आराम, टीवी देखा,नींद निकाली, नहीं किया कोई काम। उसके बाद तो पत्नी बोली,अब न तुम आराम करो, आटा गूँथो,सब्जी काटो, कुछ तो घर का काम करो॥ … Read more

Exit mobile version